चिराग ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के फैसले पर फिर दी सफाई, बोले-सौ और सीटों पर लड़ते तो 10 प्रतिशत से ज्यादा मिलते वोट
लोजपा (चिराग गुट) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कार्यकर्ताओं के नाम मंगलवार को खुला पत्र जारी किया। चिराग ने इस पत्र में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के फैसले को वाजिब बताया है। कहा कि पार्टी ने छह प्रतिशत वोट हासिल किया। इतना वोट हमे तब मिला था जब 135 सीटों पर चुनाव लड़े थे। अगर सौ और सीटों पर चुनाव लड़े होते तो वोट प्रतिशत दस होता। साथ ही, पारस पर आरोप लगाया कि रात के अंधेरे में उन्होंने मेरी पीठ में खंजर घोपा।
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि लोजपा से निकाले गये पांच सांसद ऐसे व्यक्ति के साथ कैसे खड़े हो सकते हैं, जिन्होंने न सिर्फ राविलास पासवान बल्कि बिहार की जनता से भी धोखा किया। आरोप लगाया है कि दलित और महादलित में बंटवारा उनके पिता रामविलास पासवान को राजनीतिक तौर पर कमजोर करने की साजिश थी।
कहा कि वर्ष 2017 में जब जदयू एनडीए में शामिल हुआ तो पापा विचलित थे। पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तोड़ा है। उन्होंने कहा कि चाचा पशुपति कुमार पारस को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला राम विलास पासवान का था। वही उस समय राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।