क्या काफी समय बीत जाने पर भी नहीं मिला है आयकर रिफंड? ये गलतियां हो सकती हैं इसके पीछे वजह
आयकर रिटर्न भरते समय रिफंड प्राप्त करने के लिए अगर आपने सही बैंक डीटेल नहीं भरी है तो आपको रिफंड मिलने में देरी हो सकती है। आयकर विभाग की ओर से आयकर रिफंड सीधे करदाता के खाते में डाले जा रहे हैं।
आयकर विभाग द्वारा मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 में एक अप्रैल 2020 से 11 जनवरी 2021 तक करीब 1.57 करोड़ लोगों को 1,73,139 करोड़ रुपये का आयकर रिफंड जारी किया जा चुका है। आयकर रिफंड जारी करने के मामले में मौजूदा वित्त वर्ष में आयकर विभाग द्वारा काफी तेजी से कार्य किया जा रहा है। वहीं, अभी भी कई सारे करदाता ऐसे हैं, जिन्हें महीने बीत जाने के बाद भी आयकर रिफंड नहीं मिला है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं।
बैंक खाते की सही जानकारी नहीं देना
आयकर रिटर्न भरते समय रिफंड प्राप्त करने के लिए अगर आपने सही बैंक डीटेल नहीं भरी है, तो आपको रिफंड मिलने में देरी हो सकती है। आयकर विभाग की ओर से आयकर रिफंड सीधे करदाता के खाते में डाले जा रहे हैं, ऐसे में बैंक खाते की गलत जानकारी भरने से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके साथ ही आपके द्वारा दिया गया बैंक खाता पैन के साथ लिंक होना चाहिए। रिफंड प्राप्त नहीं होने की स्थिति में आपको दोबारा अपने बैंक खाते की जानकारी चेक कर लेनी चाहिए और उसे सुधार लेना चाहिए।
आईटीआर वेरिफाई करना भूल जाना
कई बार करदाता आयकर रिटर्न भरने से जुड़े सभी काम तो निपटा लेते हैं, लेकिन अपनी आईटीआर वेरिफाई करना भूल जाते हैं। बता दें कि आयकर रिटर्न फाइल करने की प्रॉसेस तब तक पूरी नहीं होती, जब तक कि आप आईटीआर को वेरिफाई ना करा दें। यदि आपको आयकर रिफंड प्राप्त नहीं हुआ है, तो एक बार यह जरूर जांच लें कि आपकी आईटीआर वेरिफाई हुई है या नहीं।
बैंक खाता प्रीवैलिडेट ना होना
समय पर आयकर रिफंड प्राप्त नहीं होने की एक बड़ी वजह ये भी हो सकती है कि आपने अपने बैंक खाते को प्रीवैलिडेट ना किया हो। यदि आपने अपने बैंक खाते को प्रीवैलिडेट नहीं किया है, तो आप अपनी प्रोफाइल सेटिंग में जाकर वहां बैंक अकाउंट को प्रीवैलिडेट करने का विकल्प चुनें। यहां आप बैंक अकाउंट नंबर, आईएसएससी कोड, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी की जानकारी देकर अपने बैंक खाते को प्रीवैलिडेट कर सकते हैं।