Market LIVE Updates-सकारात्मक वैश्विक रुख के चलते बढ़त के साथ खुले सूचकांक, सेंसेक्स 625 अंक उछला
कोरोना वैक्सीन का कच्चा माल देने के लिए अमेरिका के राजी होने और वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख के चलते भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बढ़त के साथ खुले हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 318.92 अंक की बढ़त के साथ 48,197.37 पर खुला है। शुरुआती कारोबाार में 9 बजकर 43 मिनट पर सेंसेक्स 1.30 फीसद या 624.4 अंक की बढ़त के साथ 48,502.85 पर ट्रेड करता दिखाई दिया। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाले सेंसेक्स के 28 शेयर हरे निशान पर और दो शेयर लाल निशान पर ट्रेड करते दिखे। सबसे अधिक तेजी आईसीआईसीआई बैंक में 3.96 फीसद और ओएनजीसी में 2.78 फीसद देखी गई।
कोरोना वैक्सीन का कच्चा माल देने के लिए अमेरिका के राजी होने और वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख के चलते भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बढ़त के साथ खुले हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 318.92 अंक की बढ़त के साथ 48,197.37 पर खुला है। शुरुआती कारोबाार में 9 बजकर 43 मिनट पर सेंसेक्स 1.30 फीसद या 624.4 अंक की बढ़त के साथ 48,502.85 पर ट्रेड करता दिखाई दिया।
शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाले सेंसेक्स के 28 शेयर हरे निशान पर और दो शेयर लाल निशान पर ट्रेड करते दिखे। सबसे अधिक तेजी आईसीआईसीआई बैंक में 3.96 फीसद और ओएनजीसी में 2.78 फीसद देखी गई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक निफ्टी की बात करें, तो यह सोमवार को 14,449.45 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में यह 0.87 फीसद या 124.35 अंक की तेजी के साथ 14,465.70 पर ट्रेड करता दिखाई दिया। शुरुआती कारोबार में 50 शेयरों वाले निफ्टी के 44 शेयर हरे निशान पर और 6 शेयर लाल निशान पर ट्रेड करते दिखे।
ये कारक तय करेंगे बाजार की दिशा
इस हफ्ते कोरोना संक्रमण की स्थिति, कंपनियों के तिमाही नतीजों और ग्लोबल ट्रेंड पर निवेशकों की निगाह रहेगी। इस हफ्ते वायदा सौदों के निपटान का भी बाजार की चाल पर असर दिख सकता है। इन परिस्थितियों में बाजार में उठापटक का अनुमान है। देश में गंभीर होती कोरोना संक्रमण की स्थिति से निवेशक सहमे हैं। पिछले हफ्ते बीएसई के सेंसेक्स में 953.58 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी। कई राज्यों में स्थानीय स्तर पर लाकडाउन जैसी स्थितियों के कारण भी बाजार में नरमी दिख रही है। रेलिगेयर ब्रोकिंग के वीपी रिसर्च अजीत मिश्रा ने कहा, 'इस हफ्ते भी बाजारों में उतार-चढ़ाव थमता नहीं दिख रहा है। कुछ आर्थिक गतिविधियों पर निवेशकों की निगाह रहेगी। अप्रैल के वायदा सौदों का इस हफ्ते निपटान होना है। दूसरी ओर, 30 अप्रैल को कोर सेक्टर का डाटा भी जारी होगा। इनके अलावा कोरोना के मामलों के असर को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।'
कंपनियों के तिमाही नतीजों का भी दौर चल रहा है। इस हफ्ते टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान जिंक, टाइटन कंपनी और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के नतीजे सामने आएंगे। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा, 'कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में बाजारों में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। टीकाकरण की दिशा में हो रही प्रगति और सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों पर निवेशकों की निगाह बनी हुई है। इस हफ्ते अमेरिका के जीडीपी के आंकड़ों और फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति भी बाजार के लिहाज से बड़ा घटनाक्रम है।'
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि तिमाही नतीजों के आधार पर कुछ स्टॉक में हलचल रह सकती है। मोटे तौर पर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले बाजार की चाल तय करेंगे। विशेषज्ञों ने डॉलर की तुलना में रुपये की चाल, विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश और कच्चे तेल की कीमतों का भी असर बाजार पर दिखने की बात कही है।
एफपीआइ ने निकाले 7,622 करोड़
कोरोना संक्रमण की गंभीर होती स्थिति के बीच विदेशी निवेशकों ने अप्रैल में अब तक 7,622 करोड़ रुपये भारतीय बाजार से निकाले हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पहली से 23 अप्रैल के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआइ) ने इक्विटी से 8,674 करोड़ रुपये निकाले, जबकि डेट सेग्मेंट में 1,052 करोड़ रुपये का निवेश किया। मार्च में एफपीआइ ने भारतीय बाजारों में 17,304 करोड़, फरवरी में 23,663 करोड़ और जनवरी में 14,649 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।