सीएम नीतीश से मिले भूपेंद्र , बिहार में कैबिनेट विस्तार का रास्ता हुआ साफ
आज शाम सीएम नीतीश कुमार से बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव सहित अन्य बड़े नेताओं ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में बिहार कैबिनेट विस्तार सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। भूपेंद्र ने सीएम नीतीश की जमकर प्रशंसा की ।
पटना: आज गुरुवार (7 जनवरी) शाम को सीएम नीतीश कुमार से भाजपा (BJP) के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और दोनों उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने मुलाकात की। बड़े नेताओं की इस मुलाकाता पर सबकी नजर टिकी थी। कहा जा रहा था कि भाजपा और जदयू आपस में मिलकर अरुणाचल का दुख दूर करेंगे। हालांकि मुलाकात के दौरान क्या बात हुई इसपर भाजपा नेताओं ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली। वहीं जदयू नेताओं ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया है।
कैबिनेट विस्तार का फॉर्मूल तय होने की बात
मुख्यमंत्री से बीजेपी के बड़े नेताओं की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारे में कैबिनेट विस्तार पर सहमति बनने और नए मंत्रियों के नाम तय होने की चर्चा गर्म है। बता दें कि खरमास के तुरंत बाद एनडीए (NDA) सरकार की कैबिनेट विस्तार की चर्चा पिछले कई दिनों से चल रही थी। नीतीश ने भी कहा था कि कैबिनेट विस्तार के लिए भाजपा की ओर से प्रस्ताव का इंतजार है।
बहरहाल, मुख्यमंत्री आवास पर हुए इस मुलाकात के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा और जदयू कोटे से 50-50 का फॉर्मूला तय होने की भी बात कही जा रही है। इसके अलावा विधान परिषद की राज्यपाल कोटे की 12 सीटों में गठबंधन में किस तरह की हिस्सेदारी रहेगी इस पर चर्चा हुई । हालांकि दोनों दलों के नेताओं ने कहा कि अभी इस मसले पर कोई विशेष बात नहीं हुई है। कोरोना के टीकाकरण और सरकार द्वारा तय सुशासन के कार्यक्रमों पर चर्चा हुई।
भूपेंद्र ने की नीतीश की सराहना
भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने नीतीश कुमार एवं आरसीपी सिंह से मुलाकात के पहले गुरुवार को ताबड़तोड़ ट्वीट कर राज्य सरकार के कामकाज की तारीफ की। विपक्ष पर तंज कसा। उन्होंने लिखा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी एवं बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ऐसी सरकार चल रही है, जो विकास एवं गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित है। यही वजह है कि जनता ने विपक्ष के तमाम दुष्प्रचारों के बावजूद एनडीए को फिर सेवा का मौका दिया है। राजग के जनादेश से घबराकर कुछ लोग भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। नीतीश के नेतृत्व में सरकार आत्मनिर्भर बिहार के निश्चयों के साथ प्रतिबद्धता से काम कर रही है।
तल्खी के बाद पहली बैठक
भाजपा और जदयू के बीच हाल ही में अरुणालचल प्रदेश के मामले के बाद उपजी तल्खी के बाद भाजपा-जदयू के बड़े नेताओं की यह पहली मुलाकात थी। अरुणाचल प्रदेश में जदयू के सात में से छह विधायकों को पार्टी में शामिल किए जाने पर खुद सीएम और जदयू के वरिष्ठ नेताओं ने क्षोभ व्यक्त किया था। कहा था कि भाजपा को जदयू के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल करना चाहिए था, ना कि पार्टी में। यह गठबंधन के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
कोटे की दोनों सीटें भाजपा नेताओं के अलग-अलग सदनों के सदस्य चुन लिए जाने के कारण खाली हुई हैं। सुशील कुमार मोदी राज्यसभा सदस्य और विनोद नारायण झा बेनीपट्टी से विधायक चुने गए हैं। सुशील मोदी की सीट की अवधि पांच मई 2024 तक है, जबकि विनोद नारायण की सीट की अवधि 21 जुलाई 2022 तक है।