झारखंड सरकार की तैयारी: बच्चों के लिए जल्द लगेंगी मोहल्ला क्लास, टीचर्स ऐसे कराएंगे ऑफलाइन पढ़ाई
राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चों की ऑफलाइन पढ़ाई के लिए अब मोहल्ला क्लास चलेगी। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग इसकी तैयारी में जुट गया है। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार किया गया है। उसे आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा जा रहा है, जहां से अनुमति मिलने के बाद मोहल्ला क्लास की शुरुआत की जाएगी।
यह मोहल्ला क्लास सभी गांव के अलग-अलग टोलों और मोहल्लों में चलेगी। इसके लिए अलग-अलग समय निर्धारित किए जाएंगे। शिक्षक के साथ-साथ वॉलेंटियर भी इस कार्य में लगाए जाएंगे। वे बच्चों को छोटे-छोटे समूह में बुलाएंगे और कोविड के मानकों का पालन करते हुए उन्हें पढ़ाएंगे। हर दिन एक शिक्षक दो से तीन मोहल्लों में जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे।
बच्चों को अलग-अलग ग्रुप में बुलाया जाएगा। जो बच्चे इसमें आने को इच्छुक होंगे, उन्हें अपने अभिभावकों की अनुमति लेनी होगी। शिक्षक अपने मोबाइल के माध्यम से उन्हें डिजिटल कंटेंट भी उपलब्ध कराएंगे। बच्चों को पठन-पाठन में हो रही समस्या को देखते हुए भी उनकी मदद की जाएगी।
शिक्षक के साथ लगेंगे वॉलेंटियर
मोहल्ला क्लास में शिक्षकों के साथ-साथ वॉलेंटियर भी लगाए जाएंगे। इसमें संबंधित गांव, टोला, मोहल्ला के पढ़े लिखे नौजवानों से मदद ली जाएगी। इसमें मुख्य रूप से वैसे बच्चों को शामिल किया जाएगा, जिन्हें मोबाइल के माध्यम से डिजिटल कंटेंट नहीं मिल पा रहा है और जो स्कूल से किसी भी प्रकार के संपर्क में नहीं हैं। राज्य सरकार ने पिछले वर्ष भी मोहल्ला क्लास शुरू करने की तैयारी की थी, लेकिन इसकी शुरुआत नहीं हो सकी थी। इस साल फिर से इसका प्रस्ताव आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा जा रहा है।
68 फीसदी बच्चों को नहीं मिल रहा डिजिटल कंटेंट
राज्य के सरकारी स्कूलों के 68 फीसदी छात्र-छात्राओं को एंड्रॉयड मोबाइल के माध्यम से डिजिटल कंटेंट नहीं मिल पा रहा है। एंड्रॉयड मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं होने की वजह से इतने ज्यादा बच्चे इस माध्यम से पढ़ाई से वंचित हैं। राज्य के सिर्फ 32 फीसदी छात्र-छात्राएं ही इससे लाभान्वित हो पा रहे हैं। ऐसे में छोटे-छोटे समूह में बच्चों को कंटेंट उपलब्ध कराने और उनकी समस्याओं के निदान के लिए मोहल्ला क्लास शुरू की जाएगी