दिल्ली हिंसा पर RSS ने कहा, लोकतंत्र में ऐसी अराजकता का कोई स्थान नहीं
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने कहा कि ऐतिहासिक स्थल लालकिले पर हुआ कृत्य देश की स्वाधीनता और अखंडता की रक्षा के लिए बलिदान देने वालों का अपमान है। उन्होंने सरकार से अराजक तत्वों को सजा देने की मांग की।
गणतंत्र दिवस के दिन किसान आंदोलन के नाम पर जिस तरह का हिंसक प्रदर्शन दिल्ली में किया गया व लालकिले पर तिरंगे का अपमान किया गया, उस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। आरएसएस के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने बयान जारी कर कहा है कि दिल्ली में जो हिंसा एवं उपद्रव हुआ, वह अत्यंत ही दुःखद एवं निंदनीय है। विशेषकर ऐतिहासिक स्थल लालकिले पर हुआ कृत्य देश की स्वाधीनता और अखंडता की रक्षा के लिए बलिदान देने वालों का अपमान है। लोकतंत्र में ऐसी अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी देशवासियों से आह्वान करता है कि राजनैतिक एवं वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर प्राथमिकता से शांति के लिए प्रयास करें। भारतीय किसान संघ ने घटना में शामिल लोगों को सजा देने की मांग की। वहीं भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी ने दैनिक जागरण से कहा कि दिल्ली की घटना की जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है। लाल किले पर जो हुआ, उसके माध्यम से तथाकथित किसान नेताओं ने अपना काम पूरा कर लिया। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस घटना में शामिल सभी असामाजिक तत्वों की पहचान कर सजा दिलाने का काम करें।
एमएसपी पर कानून बनाने की मांग की
संगठन मंत्री ने कहा कि हम अपने पूर्व की मांग पर अब भी कायम हैं। इसमें एमएसपी पर कानून बनाना, कृषि न्यायालय की स्थापना करना, व्यापारियों का पंजीकरण करना व कानून में किसी के लिए विशेष छूट नहीं देना शामिल है।