पटना समेत 12 जिलों में आज रहेगा कोल्ड डे, बारिश के आसार अभी नहीं
मकर संक्रांति के बाद से लगातार बिहार में मौसम का मिजाज कहर बरपा रहा है। पटना पूर्णिया एवं फॉरबिसगंज में रविवार को कोल्ड डे की स्थिति रही। दिन में धूप नहीं निकलने से तापमान काफी कम रह रहा है।
बर्फीली हवा, आकाश में बादल एवं कोहरे से पूरा प्रदेश भीषण ठंड की चपेट में है। रविवार को पटना (Patna Weather News), पूर्णिया एवं फॉरबिसगंज में कोल्ड डे रहा। सोमवार को भी पटना समेत प्रदेश के 12 जिलों में कोल्ड डे रहने के आसार हैं। उत्तर बिहार के अधिकांश इलाकों में घना कोहरा सोमवार को भी रहेगा। दो दिनों तक ऐसी स्थिति बनी रहने की संभावना है। फिलहाल न तो अच्छी धूप निकलने की उम्मीद है और न ही बारिश की कोई संभावना बन रही है।
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात का असर
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार के अनुसार बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने के कारण राज्य में काफी मात्रा में नमी आ रही है। इससे प्रदेश के आकाश में बादल छाए हुए हैं। दोपहर डेढ़ बजे के बाद सूरज के दर्शन हुए। हालांकि, धूप का वातावरण पर कोई खास असर नहीं दिखा। राजधानी में रविवार को अधिकतम तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से पांच डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गया में अधिकतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
कोल्ड वाले जिले : पटना, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, गया, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय एवं नवादा।
घने कोहरे के कारण 100 मीटर तक दिखना भी मुश्किल
आकाश में छाए बादलों के बीच सूरज आजकल खो गया है। वातावरण में धूप नहीं निकल रही है । इससे ठंड का तीखापन लगातार बढ़ते जा रहा है। रविवार की सुबह राजधानी समेत प्रदेश की अधिकांश इलाके में भीषण ठंड पड़ने से लोग घरों में दुबके हुए हैं। घर की खिड़कियां खोलना भी मुश्किल हो गया है। ठंडी हवा गलन पैदा कर रही हैं। बाहर वातावरण में कोहरा इतना ज्यादा घना है कि 100 मीटर भी देखना मुश्किल हो रहा है। राजधानी के पार्क, मैदान एवं सड़कें खाली हैं। अति आवश्यक काम से ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि पश्चिम से आने वाली बर्फीली हवाओं ने पूरे प्रदेश को अपने चपेट में ले लिया है , न केवल बिहार बल्कि पूरा उत्तरी भारत आजकल भीषण ठंड की चपेट में है। पश्चिम से आने वाली हवा जब देश के पर्वतीय इलाके से टकराकर मैदानी भागों में प्रवेश कर रही है तो लोगों को ठंड या कनकनी का अहसास हो रहा है। वहीं दूसरी ओर हिमालय पर हो रही लगातार बर्फबारी ने वातावरण में ठिठुरन और बढ़ा दिया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से आजकल काफी मात्रा में नमी भी आने लगी है, जिससे वातावरण में कोहरा छाए हुए है।
विज्ञानियों का कहना है कि फिलहाल आकाश में बादल होने के कारण सूरज की किरने धरातल तक नहीं पहुंच रही है , जिससे वातावरण में गर्मी पैदा हो सके। इस तरह की स्थिति पिछले 4 दिनों से बनी हुई है। राजधानी का अधिकतम तापमान आजकल न्यूनतम स्तर पर रह रहा है। सामान्यता आजकल राजधानी का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास होना चाहिए , जो 16 या 17 डिग्री के आसपास रह रहा है। यही ठंड की मूल वजह है । अगर धूप धरातल तक पहुंचे और वातावरण में गर्मी पैदा हो तो ठंड में कमी आ सकती है, लेकिन फिलहाल इसकी संभावना ना के बराबर दिखाई पड़ रहा है।
सेहत के प्रति सावधान रहने की जरूरत
पीएमसीएच के वरिष्ठ हार्ट रोग विशेषज्ञ अशोक कुमार का कहना है कि वर्तमान मौसम में लोगों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है मौसम की प्रति जरा सी लापरवाही उन्हें गंभीर रूप से बीमार बना सकता है । ऐसे में बुजुर्ग लोगों को खास ख्याल रखने की जरूरत है । बीपी एवं शुगर के मरीजों को फिलहाल नियमित दवाओं का सेवन करना चाहिए। घर के अंदर ही ऐसे लोगों को योगाभ्यास करने की जरूरत है। फिलहाल उन्हें घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है। घर का वातावरण भी गर्म रखने की जरूरत है।
बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चों का भी ख्याल बहुत जरूरी है। बच्चे पानी की आस पास ना भटके तो ज्यादा बेहतर होगा। बच्चों को भी घर के अंदर ही खेलने का मौका दिया जाए । बाहर भेजना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। पीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि वर्तमान में सर्दी , खांसी ,बुखार एवं निमोनिया की समस्याएं काफी बढ़ गई है । ऐसे में लोगों को घर के अंदर ही बच्चों की रखने की जरूरत है। बच्चे घर के अंदर भी गर्म कपड़ों में ही रहे इसका ख्याल रखना जरूरी है।