सेना प्रमुख का चीन व पाकिस्तान को कड़ा संदेश, बोले - हमारे धैर्य की परीक्षा न लें
भारतीय सेना आज अपना 73वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत समेत अन्य लोगों ने वीर जवानों के नाम अपना संदेश दिया। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने ने सेना को संबोधित किया।
भारतीय सेना आज अपना 73वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने ने चीन और पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि हम चर्चा और राजनीतिक प्रयासों के माध्यम से अपने विवादों का समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि आप सभी उत्तरी सीमाओं पर चीन के साथ चल रहे तनाव से अवगत हैं। सीमाओं पर एकतरफा स्थिति बदलने की साजिश को लेकर जोरदार जवाब दिया गया। उन्होंने देश को आश्वस्त किया कि गलवन के बहादुरों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
सेना प्रमुख जनरल नरवाने यह भी कहा कि पिछले साल, एलओसी के पास और आतंकवाद-रोधी अभियानों में सेना ने 200 से अधिक आतंकवादियों का सफाया किया। लगभग 300-400 आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने के लिए सीमा के पास प्रशिक्षण शिविरों में बैठे हैं। पिछले वर्ष संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पाकिस्तान के नापाक इरादों को दर्शाता है।
सेना प्रमुख जनरल नरवाने ने अपने संबोधन में कहा कि सेना अपने आधुनिकीकरण की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।आपातकालीन और फास्ट-ट्रैक योजनाओं के तहत, सेना ने लगभग 5,000 करोड़ रुपये के उपकरण खरीदे और पिछले साल पूंजीगत खरीद के तहत 13,000 करोड़ रुपये के अनुबंध किए।
इससे पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने, भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सेना प्रमुख ने करियप्पा ग्राउंड में परेड का निरीक्षण किया।
पांच जवानों को मरणोपरांत सेना पदक से सम्मानित किया गया
सेना दिवस परेड 2021 के दौरान सेना के पांच जवानों ने विभिन्न ऑपरेशन में वीरता दिखाने के लिए मरणोपरांत सेना पदक से सम्मानित किया गया। 10 पैरा स्पेशल फोर्सेस यूनिट के नाइक संदीप को जम्मू - कश्मीर में दो आतंकवादियों को मारने और अपने स्क्वाड कमांडर की जान बचाने के लिए मरणोपरांत सेना पदक से सम्मानित किया गया।
सीडीएस रावत ने दी वीर जवानों को श्रद्धांजलि, राष्ट्रपति कोविंद व पीएम मोदी का सेना को सलाम
इससे पहले आर्मी डे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने वीर जवानों के नाम अपना संदेश दिया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, 'सेना दिवस पर, भारतीय सेना के बहादुर पुरुषों और महिलाओं को बधाई। हम उन बहादुरों को याद करते हैं जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया। भारत साहसी और प्रतिबद्ध सैनिकों और उनके परिवारों के लिए हमेशा आभारी रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'मां भारती की रक्षा में पल-पल मुस्तैद देश के पराक्रमी सैनिकों और उनके परिजनों को सेना दिवस की हार्दिक बधाई। हमारी सेना सशक्त, साहसी और संकल्पबद्ध है, जिसने हमेशा देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। समस्त देशवासियों की ओर से भारतीय सेना को मेरा नमन।' सीडीएस रावत ने ट्वीट किया, ' हम उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं, जिनकी कर्तव्य के प्रति वीरता और सर्वोच्च बलिदान हमें नए सिरे से दृढ्ता के साथ खुद को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है।
देश के बहादुर सैनिकों के अदम्य साहस और बलिदान को नमन करता हूं: शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, 'भारतीय सेना शौर्य और पराक्रम की प्रतीक है। देश के बहादुर सैनिकों के अदम्य साहस और बलिदान को नमन करता हूं। राष्ट्र के प्रति उनकी नि:स्वार्थ सेवा और समर्पण पर सभी देशवासियों को गर्व है। हमारे वीर जवानों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को ‘थल सेना दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं।' रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, 'सेना दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के जवानों और उनके परिवारों को बधाई। देश भारतीय सेना के अदम्य साहस, पराक्रम और बलिदान को सलाम करता है। भारत को राष्ट्र के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा पर गर्व है।'
15 जनवरी को सेना दिवस के तौर पर क्यों मनाया जाता है?
बता दें कि आज ही के दिन 1949 में भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ का पद केएम करियप्पा ने संभाला था। उन्हें फील्ड मार्शल की फाइव स्टार रैंक से सम्मानित किया गया। 20 साल की उम्र में ब्रिटिश इंडियन आर्मी में नौकरी शुरू की थी। स्वतंत्र भारत के पहले चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ की याद में 15 जनवरी को सेना दिवस के तौर पर मनाया जाता है।