IOC अध्यक्ष और आयोजन समिति ने किया ओलंपिक रद होने की खबर का खंडन

IOC ने कहा टोक्यो 2020 आयोजन समिति सहित हमारे सभी साझेदारों का ध्यान इन गर्मियों में खेलों की मेजबानी पर है। हमें उम्मीद है कि जितना जल्दी संभव हो दैनिक जीवन सामान्य होगा और हम सुरक्षित खेलों के आयोजन के लिए प्रयास जारी रखेंगे।

IOC अध्यक्ष और आयोजन समिति ने किया ओलंपिक रद होने की खबर का खंडन

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक और स्थानीय आयोजकों को इन खबरों से जूझना पड़ रहा है कि स्थगित हो चुके टोक्यो ओलंपिक को रद कर दिया जाएगा। कोरोना वायरस महामारी के फैलने पर 10 महीने पहले स्थगित किए गए टोक्यो गेम्स का उद्घाटन समारोह 23 जुलाई को होना है लेकिन इन खेलों पर एक बार फिर खतरा मंडरा रहा है।

बता दें कि आखिरी बार दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ओलंपिक खेल नहीं हुए थे। उसके बाद अब 2020 में कोरोना वायरस की वजह से इसे एक साल के लिए स्थगित किया गया।द टाइम्स ऑफ लंदन ने सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि खेलों को रद किया जाएगा। शुक्रवार को स्थानीय आयोजन समिति की ओर से कहा कि ओलंपिक के आयोजन की तैयारी आगे बढ़ रही है और उन्हें प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा का समर्थन हासिल है।

समिति ने कहा कि जापान सरकार, टोक्यो राज्य सरकार, टोक्यो 2020 आयोजन समिति, आइओसी और आइपीसी (अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति) सहित हमारे सभी साझेदारों का ध्यान इन गर्मियों में खेलों की मेजबानी पर है। हमें उम्मीद है कि जितना जल्दी संभव हो दैनिक जीवन सामान्य होगा और हम सुरक्षित खेलों के आयोजन के लिए प्रयास जारी रखेंगे। उप प्रमुख कैबिनेट सचिव और प्रधानमंत्री के सहयोगी मनागु सकाई ने भी ओलंपिक रद होने की खबरों को नकारा।

टोक्यो की राज्यपाल युरिको कोइके ने भी कहा कि मैंने कभी इस तरह की चीज के बारे में नहीं सुना। जापान सपने में भी ओलंपिक रद होने की बात सोच नहीं सकता। जापान की इकोनॉमी पहले ही हिल चुकी है और एक अनुमान के मुताबिक साल के तीसरे क्वार्टर में इस देश की जीडीपी नकारात्मक रह सकती है। इन खेलों के रद होने से जापान की आयोजन समिति को 416 अरब रुपये के करीब का नुकसान होगा।

भारत के ताजा खेल बजट से नुकसान का यह आंकड़ा 388 अरब रुपये ज्यादा है। भारत सरकार ने इस बार 28 अरब 26 करोड़ का खेल बजट जारी किया था।वहीं आइओसी अध्यक्ष बाक ने कहा कि अभी की बात करें तो ऐसी कोई भी वजह नहीं है कि जिससे हम यह सोचें कि टोक्यो ओलंपिक 23 जुलाई से नहीं हो सकता। हमारे पास कोई प्लान बी नहीं है।

बाक ने कहा कि अगर बदलाव होते हैं तो 11,000 एथलीट और 10 हजार से ज्यादा कोच, अधिकारी, जज, मीडिया और ब्रॉडकास्टर इससे प्रभावित होंगे। बाक ने कहा कि जाहिर सी बात है कि आप ऐसा नहीं चाहते हैं। बाक ने कहा कि सबसे पहले तो मैं बताना चाहता हूं कि मार्च 2021 की परिस्थति की मार्च 2020 से तुलना नहीं की जा सकती है, क्योंकि इस दौरान विज्ञान, मेडिसिन, वैक्सिनेशन और टेस्ट ने काफी प्रगति की है। यह सब पिछले वर्ष मार्च में मौजूद नहीं था। तब कोई नहीं जानता था कि कैसे महामारी से निपटा जाए।