कानपुर में डंपर की टक्कर से महिला की मौत, गुस्साई भीड़ ने तीन वाहन और पुलिस चौकी फूंकी
बिधनू थानाक्षेत्र में गुरुवार की शाम एक मिट्टी लदे डंपर ने महिला को कुचल दिया। डंपर कॉरीडोर में मिट्टी पहुंचाने के काम में लगा था। घटना से नाराज लोगों ने हंगामा कर कोरियां चोकी में आग लगा दी। काफी देर तक चले हंगामे को पुलिस ने शांत कराया।
थाना क्षेत्र के कोरियां चौकी के पास गुरुवार शाम मिट्टी लदे डंपर ने बाइक सवार ममेरे भाई-बहन को टक्कर मार दी। भागने के प्रयास में डंपर ने महिला को कुचल दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने तीन डंपरों के साथ ही पास ही स्थित कोरियां पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। पुलिस फोर्स ने पहुंचकर किसी तरह हालात काबू किए। जांच में सामने आया कि डंपर डीएफसी कंपनी की तरफ से रेलवे कॉरिडोर में मिट्टी पहुंचाने जा रहे थे।
इस तरह हुआ हादसा
बिधनू थाना क्षेत्र के कुल्हौली गांव निवासी किसान देशराज की पत्नी माया देवी (45) का मायका कोरियां गांव के पास स्थित घुरुआखेड़ा गांव में है। बुधवार को माया मायके आई थीं और गुरुवार शाम ममेरे भाई चंद्रशेखर के साथ बाइक से लौट रही थीं। कोरियां गांव में पुलिस चौकी के पास मिट्टी लदे तेज रफ्तार डंपर ने बाइक में टक्कर मार दी। माया सड़क पर गिरीं, तभी डंपर चालक ने उन्हें कुचल दिया। हादसे के बाद ग्रामीण जुटे तो डंपर चालक वाहन छोड़कर भाग गया। उसके पीछे आ रहे अन्य दो डंपरों के चालक भी वाहन छोड़कर भाग गए। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। चौकी प्रभारी कैलाश बाबू, साथी सिपाहियों संग पहुंचे तो लोग उनसे भी भिड़ गए। लोगों ने तीनों डंपरों में आग लगा दी। इसके बाद ग्रामीणों ने घटनास्थल से सौ मीटर दूर पुलिस चौकी पर जाकर उसे भी आग के हवाले कर दिया। सिपाही यासीन ने रोकने की कोशिश की तो उसे पीटा। आग से चौकी के दस्तावेज, पुलिसकर्मियों की पांच बाइकें जल गईं। इसके बाद बिधनू, साढ़, घाटमपुर, सजेती, नौबस्ता आदि थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को शांत कराया। लोगों ने आरोप लगाया कि खनन के डंपरों से पूर्व में भी कई हादसे हो चुके हैं।
इनका ये है कहना
डंपर रेलवे कॉरिडोर में मिट्टी पहुंचाने का काम कर रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ। ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की गई तो उन्होंने आगजनी कर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। बवाल व आगजनी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। - डॉ. प्रीतिंदर सिंह, डीआइजी