दाढ़ी काटने का मामला : ट्विटर इंडिया के एमडी को आज पुलिस के सामने रखना होगा पक्ष
पेश न होने पर माना जाएगा कानूनी प्रक्रिया में अवरोध 17 जून को लोनी बॉर्डर पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी को नोटिस भेजकर एक सप्ताह के भीतर थाने आकर बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए थे
विस्तार
ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को आज लोनी बॉर्डर थाने में पेश होकर भड़काऊ ट्वीट डिलीट न करने के संबंध में अपना पक्ष रखना होगा। पुलिस ने 21 जून को ट्विटर इंडिया के एमडी को नोटिस भेजकर 24 जून की सुबह साढ़े 10 बजे तक लोनी बॉर्डर थाने में पेश होकर अपना पक्ष रखने के निर्देश दिए थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित समय पर पेश न होने पर एमडी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गत 5 जून को बुलंदशहर के अनूपशहर निवासी बुजुर्ग तांत्रिक सूफी अब्दुल समद के साथ मारपीट कर उनकी दाढ़ी काटी गई थी। 14 जून को घटना की वीडियो वायरल होने पर कुछ लोगों ने इसे सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की। पुलिस ने 15 जून को ट्विटर समेत 9 लोगों के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने का केस दर्ज किया था। इसमें आरोप था कि पुलिस द्वारा खंडन करने के बाद भी ट्विटर ने भड़काऊ ट्वीट डिलीट नहीं किया।
गाजियाबाद साइबर सेल ने 16 जून अमेरिका स्थित ट्विटर मुख्यालय को नोटिस भेजकर भड़काऊ ट्वीट करने वाले आरोपियों की डिटेल समेत 12 बिंदुओं पर जानकारी मांगी तो साथ ही 17 जून को लोनी बॉर्डर पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी को नोटिस भेजकर एक सप्ताह के भीतर थाने आकर बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए थे। ट्विटर इंडिया के एमडी की तरफ से गत 18 जून को गाजियाबाद पुलिस के पास स्पष्टीकरण भेजा गया, जिसमें उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रक्रिया पूरी करने का प्रस्ताव रखा। पुलिस ने उसे खारिज करते हुए दूसरा नोटिस भेजकर 24 जून को पेश होने के निर्देश दिए थे।
पेश न होने पर माना जाएगा कानूनी प्रक्रिया में अवरोध
ट्विटर पर दर्ज केस की विवेचना कर रहे लोनी बॉर्डर एसएचओ अखिलेश कुमार मिश्र ने बताया कि ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी की तरफ से उनके अधिवक्ता शाहरांस जैन ने मंगलवार सुबह पुलिस से संपर्क किया था। उन्होंने कहा था कि बुधवार को एमडी थाने पहुंचेंगे। लेकिन मंगलवार रात करीब साढ़े 11 बजे फिर से फोन करके बृहस्पतिवार को पहुंचने की बात बताई। एसएचओ का कहना है कि बुधवार को एमडी नहीं पेश हुए तो इसे कानूनी प्रक्रिया में अवरोध माना जाएगा। साथ ही विवेचना को असफल करने का प्रयास मानते हुए आगामी कार्रवाई की जाएगी।