दहाड़े मार-मार रोए मृतकों के स्वजन, बोले-फांसी पर चढ़ा दो शराब बेचने वालों को
बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से अब तक पांच ग्रामीणों की मौत हो चुकी है जबकि छह से ज्यादा की हालत नाजुक बनी हुई है। मौत की खबर जैसे ही अस्पताल से खबर गांव पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया। अफसरों ने गांव में डेरा डाला हुआ है।
बुलंदशहर के थाना सिकंद्राबाद के गांव जीतगढ़ी में शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से अब तक पांच ग्रामीणों की मौत हो चुकी है जबकि छह से ज्यादा की हालत नाजुक बनी हुई है। मौत की खबर जैसे ही अस्पताल से खबर गांव पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते स्वजन शराब बेचने वालों को फांसी पर चढ़ाने की बात बोल-बोल कर दहाड़ मार कर रो रहे हैं। वहीं मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए डीएम-एसएसपी ने गांव पहुंच कर इंस्पेक्टर सहित तीन को निंलबित कर दिया है। सीएम योगी ने भी इस पर सख्त रुख अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस बीच दोपहर में करीब डेढ़ बजे मेरठ मंडलायुक्त अनीता मेश्राम और आइजी प्रवीण कुमार ने भी जिला अस्पताल पहुंचकर बीमारों से बातचीत की। दोनों वरिष्ठ अफसर यहां अन्य अफसरों से मामले की जानकारी लेंगे।
परिवार के सदस्यों को हिरासत में लिया
गांव जीतगढ़ी में मौत का जाम बिकने के बाद हर ग्रामीण खौफजदा है। गुस्साए ग्रामीणों की भीड़ शराब बेचने वाले तीनों युवकों के घर की ओर दौड़ी लेकिन वहां से वह सभी फरार हो चुके हैं। पुलिस ने उक्त परिवार के अन्य सदस्यों को हिरासत में ले लिया है। जहरीली शराब पीने से कलुआ, रंजीत, सतीश, सुखपाल तथा पन्नालाल की मौत के बाद कोहराम मचा हुआ है जबकि अजय, गजे सिंह, मनोज, पंकज, ओमवीर तथा नवीन की हालत नाजुक बनी हुई है।
अफसरों का गांव में डेरा
कलुआ के भाई अनिल ने बताया कि रात को उसके भाई ने 80 रुपये में शराब का पव्वा खरीदा था। उसे पीने के बाद वह सो गया लेकिन आधी रात के बाद हालत बिगड़ने लगी। अस्पताल लेकर पहुंचे तो कलुआ की मौत हो चुकी थी। जिलाधिकारी रविंद्र सिंह व एसएसपी संतोष कुमार सिंह पहले गांव पहुंचे और फिर उसके बाद अस्पताल पहुंच गए। एसएसपी ने इंस्पेक्टर सिकंद्राबाद दीक्षित त्यागी सहित तीन को निलंबित कर आरोपितों की गिरफ्तारी के टीम को रवाना कर दिया है।