प्रयागराज : गंगा की धाराओं में मिले 10 और शव, साढ़े तीन सौ पहुंचा आंकड़ा
कछारी इलाका जलमग्न होने से मजदूरों के सामने खड़ी हुई समस्या
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गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के बीच शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। रविवार को भी 10 दफनाए गए शव बाहर निकल आए। देर शाम तक इन शवों को जलाकर अंतिम संस्कार करा दिया गया। इस तरह से गंगा में अब तक तकरीबन साढ़े तीन सौ शवों को जलाया जा चुका है।
निगरानी समिति के सदस्यों के मुताबिक शनिवार तक गंगा में पानी कम था, इसलिए शवों को बाहर निकालने के लिए नगर निगम के मजदूरों को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा था। लेकिन, गंगा का जलस्तर बढ़ने से पूरा कछारी इलाका जलमग्न हो गया है। हालांकि, टापू वाला इलाका अभी जलमग्न नहीं हुआ है। कटान से मिलने वाले शवों का अंतिम संस्कार टापू पर ही कराया जा रहा है।
उधर, सिंचाई विभाग के अफसरों का कहना है कि जिस तरह से जलस्तर बढ़ रहा है, उससे जल्दी ही टापू भी डूब जाएगा। इससे शवों को जलाने में दिक्कत आएगी। नगर निगम के अफसरों को बांध की तरफ शवों को जलाने की व्यवस्था करनी पड़ेगी।
फाफामऊ घाट पर और दिनों की तरह सुबह से ही शवों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ तो देर शाम तक चलता रहा। घाट की निगरानी के लिए लगाए गए मजदूरों ने शाम तक 10 शवों को बाहर निकाले। इसके बाद शवों को जलाने के लिए टापू पर रेलवे पुल के नीचे चिताएं जलाई।
जोनल अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने श्राद्ध के साथ इन शवों को मुखाग्नि दी। निगरानी समिति के सदस्य मुकुंद तिवारी ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से तेजी से कटान हो रहा है। इसलिए शवों के मिलने का सिलसिला अभी जारी है।