शर्मनाक: धनबाद के मेडिकल कॉलेज में मूक-बधिर लड़की से रेप, आरोपी एंबुलेंस ड्राइवर फरार, साथी गिरफ्तार
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के फीमेल मेडिसिन वार्ड में भर्ती 20 वर्षीय दिव्यांग युवती से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना रविवार रात 11-12 बजे के बीच की है। युवती बोल नहीं पाती है। उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। दुष्कर्म का आरोप निजी एंबुलेंस चालक सरायढेला कोचाकुल्ही निवासी संजय दास पर लगा है। दुष्कर्म में अस्पताल के बाहर चाय बेचनेवाला बी पॉलीटेक्निक आईटीआई कॉलेज निवासी सगुन कुमार वर्मा भी शामिल था। पुलिस ने सगुन को दबोच लिया है।
अस्पताल के कर्मचारियों की मानें तो एंबुलेंस चालक युवती को बहला फुसला कर वार्ड से बाहर मोर्चरी वाले भवन के पास झाड़ियों के बीच ले गया और उसके साथ गलत किया। अस्पताल के सुरक्षाकर्मी जब मौके पर पहुंचे तो वहां युवती के साथ एंबुलेंस चालक संजय दास और चाय दुकानदार सगुन को देखा था। संजय मौके से फरार हो गया। मामले के संबंध में सोमवार की शाम एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ. एके चौधरी ने दो अज्ञात के खिलाफ युवती के साथ अप्रिय घटना करने की शिकायत की है। पुलिस मामले में एफआईआर दर्ज कर पीड़ित का मेडिकल कराने की तैयारी में है। महिला थाना की काउंसिलर की टीम ने युवती की काउंसिलिंग की है।
वार्ड से युवती को बहला-फुसला कर ले गए आरोपी
26 जून से फीमेल मेडिसिन वार्ड में भर्ती युवती रविवार की रात 11 बजे से अपने बेड पर नहीं थी। वहां नाइट शिफ्ट में ड्यूटी कर रही नर्स प्रियंका साह, संगीता मुंडा और वार्ड अटेंडेंट नवीन कुमार ने पूरे वार्ड में युवती को खोजा लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद वार्ड अटेंडेंट ने इमरजेंसी के पास तैनात होमगार्ड जवानों और जिला बल के जवानों को जानकारी दी। सूचना मिलते ही होमगार्ड जवानों ने अस्पताल कर्मचारियों के साथ युवती को खोजना शुरू कर दिया। अस्पताल में युवती को नहीं पाकर लोग मोर्चरी वाले भवन के पास झाड़ियों की तरफ गए तो वहां युवती मिली। उसके साथ अस्पताल में चाय बेचने वाला युवक सगुन और एंबुलेंस चालक संजय दास भी था। दोनों वार्ड की तरफ आ रहे थे। होमगार्ड जवानों को देख एंबुलेंस चालक वहां से भाग निकला। चाय बेचने वाले युवक को जवानों ने धर दबोचा। उसे पकड़ कर अस्पताल में तैनात जिला बल के जवानों को सौंप दिया गया। घटना की सूचना पर सरायढेला थाना की पेट्रोलिंग टीम एसएनएमएमसीएच पहुंची। गिरफ्त में आया युवक पेट्रोलिंग टीम को सौंप दिया गया। अस्पताल कर्मचारियों के अनुसार युवती काफी अस्त-व्यस्त स्थिति में थी। उसे देखने से ही लग रहा था कि उसके साथ गलत हुआ है।
कार्रवाई को लेकर अस्पताल प्रबंधन और पुलिस सुस्त
अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर इतनी संगीन वारदात को आरोपियों ने अंजाम दिया, लेकिन इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में न तो अस्पताल प्रबंधन ने सक्रियता दिखाई और न ही पुलिस ने। देर रात की घटना में शिकायत करने में जहां अस्पताल प्रबंधन को 17 घंटे लगे, वहीं मौके से पकड़ कर चाय दुकानदार को सौंपने के बावजूद गश्ती पार्टी ने उसे थाना लाना जरूरी नहीं समझा। गश्ती पार्टी के अफसर ने बताया कि अस्पताल के कर्मियों ने बताया कि इसकी कोई गलती नहीं है, इसलिए उन्होंने उसे छोड़ दिया था। जब अस्पताल प्रबंधन की ओर से लिखित देने की बात हुई तो फौरन चाय वाले को उसके घर से उठाया गया। इससे पहले कार्रवाई के सवाल पर एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक और सरायढेला थाना प्रभारी के बीच फोन पर हल्की बहस भी हुई।
मामले की शिकायत मिलते ही पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को दबोच लिया। काउंसिलर से पीड़िता की काउंसिलिंग कराई गई। एफआईआर दर्ज कर मेडिकल की कार्रवाई की जा रही है। मेडिकल से ही सबकुछ स्पष्ट हो पाएगा। दूसरा आरोपी एंबुलेंस चालक भी शीघ्र पकड़ा जाएगा।
संजीव कुमार, एसएसपी, धनबाद
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घटना की सूचना रात में मिली थी। युवती के साथ एक युवक को अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया। आगे की कार्रवाई पुलिस को करनी है, जो नहीं हो रही। पुलिस कार्रवाई के बाद ही मेडिकल की प्रक्रिया शुरू होगी। वैसे मामले की जांच के लिए अस्पताल में भी टीम बनाई जा रही है।
- डॉ एके चौधरी, अधीक्षक एसएनएमएमसीएच
एसएनएमएमसीएच दुष्कर्म का जोड़