धर्मांतरण प्रकरण : एनसीआर के छह मूक-बधिर स्कूल थे निशाने पर, एटीएस सक्रिय
सिंडिकेट के लोग एनसीआर के मूक बधिर स्कूल तक पहुंच पाए या नहीं, इसकी जांच एटीएस कर रही है। एटीएस उन मूक बधिर स्कूलों के बारे में भी पता लगा रही है जहां इस सिंडिकेट के लोगों ने स्टाफ या छात्रों से किसी के माध्यम से संपर्क किया था।
विस्तार
एनसीआर के 6 से अधिक मूक बधिर स्कूल धर्मांतरण सिंडिकेट के निशाने पर थे। यहां इस्लामिक कनेक्शन ढूंढा जा रहा था। हालांकि, सिंडिकेट के लोग एनसीआर के मूक बधिर स्कूल तक पहुंच पाए या नहीं, इसकी जांच एटीएस कर रही है। एटीएस उन मूक बधिर स्कूलों के बारे में भी पता लगा रही है जहां इस सिंडिकेट के लोगों ने स्टाफ या छात्रों से किसी के माध्यम से संपर्क किया था।
एनसीआर के शहरों में 100 से अधिक मूक बधिर या दिव्यांगों के स्कूल या स्किल सेंटर हैं। इनमें देश के कोने-कोने के लोग पढ़ते हैं या ट्रेनिंग लेते हैं। आईएसआई प्रायोजित इस धर्मांतरण सिंडिकेट के तहत पहले दिल्ली से सटे नोएडा डेफ सोसाइटी को प्रमुख केंद्र बनाया गया था। इसके बाद धीरे-धीरे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद व अन्य शहरों तक पहुंच बनानी थी।
एटीएस की जांच में यह बात भी सामने आई है कि कुछ मूक बधिर सेंटर में सिंडिकेट के लोगों ने संपर्क बनाने का प्रयास किया था। इसमें उन लोगों को कितनी सफलता या विफलता मिली, इसकी भी जांच हो रही है। मूक बधिर लोगों को आसानी से लालच देकर या साइन लैंग्वेज से धर्म परिवर्तन कराने की इस योजना के तहत नोएडा-ग्रेनो पूरी तरह से निशाने पर थे।
मूक बधिर स्कूलों का डाटा खंगाल रही एटीएस
एटीएस की टीम जनपद में चलने वाले मूक बधिर स्कूलों व ट्रेनिंग सेंटरों का का डाटा खंगाल रही है। यहां पढ़ने व ट्रेनिंग लेने वाले और स्टाफ-शिक्षकों के बारे में जानकारी ली जा रही है। एटीएस की टीम इन स्कूलों व सेंटरों में इस्लामिक दावा सेंटर से लेकर अन्य तरह के कनेक्शन को खंगाल रही है। जम्मू-कश्मीर के कनेक्शन को भी देखा जा रहा है।
डेफ सोसाइटी के पूर्व शिक्षक व स्टाफ की गहन जांच
धर्मांतरण मामले में नोएडा डेफ सोसाइटी के नाम सामने आने के बाद इसमें किसी पूर्व शिक्षक व स्टाफ की भूमिका संदिग्ध आने के बाद अब एटीएस की टीम तलाश कर रही है। एटीएस से नोएडा डेफ सोसाइटी की संचालिका रोमा रोका ने भी अपने शिक्षक व स्टाफ की जानकारी शेयर की है। इसमें बताया गया है कि एक शिक्षक ने कुछ महीने पहले नौकरी छोड़ दी थी। वहीं, स्टाफ के बारे में कुछ जानकारी दी है। रोमा अभी भी लखनऊ में है और एटीएस की टीम उनसे पूछताछ कर रही है।
बंद था स्कूल, नहीं आया कोई सामने
सोमवार को एटीएस के इस खुलासे के बाद मंगलवार को सेक्टर-117 स्थित नोएडा डेफ सोसाइटी का स्कूल बंद था। मुख्य गेट पर लॉक लगा हुआ था और कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं था। बिल्डिंग के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ था। जबकि सोमवार को वहां कुछ स्टाफ मौजूद थे लेकिन मीडिया से अधिक बातचीत नहीं की थी।
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन ने की नारेबाजी
मंगलवार दोपहर को सेक्टर-117 स्थित इंडिया डेफ सोसाइटी के गेट पर जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के तीन कार्यकर्ता पहुंचे और धर्मांतरण के खिलाफ नारेबाजी की। इसमें शामिल कार्यकर्ता गब्बर सिंह ने बताया कि वे लोग दिल्ली से आए हैं और धर्मांतरण कराने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
चौबीस घंटे पुलिस तैनात, एलआईयू की टीम भी पहुंची
मामले के सामने आने के बाद पुलिस की तरफ से सेक्टर-117 स्थित नोएडा डेफ सोसाइटी की बिल्डिंग के बाहर पुलिस की तैनाती की गई है। एहतियात के तौर पर यहां चौबीस घंटे पुलिसकर्मी ड्यूटी पर रहेंगे। मंगलवार को डेफ सोसाइटी की जांच के लिए एलआईयू की टीम भी आई थी। एलआईयू इंस्पेक्टर के नेतृत्व में आई टीम को भी वहां कोई नहीं मिला। इस मामले में एलआईयू की टीम भी इनपुट जुटा रही है।
सोपोर कनेक्शन की जांच
एटीएस सूत्रों के मुताबिक एटीएस की टीम ने दो दिन पहले जब नोएडा डेफ सोसाइटी की जांच की थी तो वहां से जम्मू कश्मीर के लोगों के कुछ प्रपत्र मिले थे। इनमें से अधिकतर लोग सोपोर के रहने वाले थे। इन सभी प्रपत्रों की जांच एटीएस की टीम कर रही है।