90 फीसद स्कूलों में नहीं शुरू हो सकी प्री-बोर्ड परीक्षा, ऑनलाइन एग्जाम लेने से कतरा रहे प्रधानाचार्य
सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति 25 से 30 फीसद होने के चलते आ रही दिक्कतें। तमाम प्रधानाचार्य बोले मूल्यांकन नहीं करा पाएंगे और न देख पाएंगे। खालसा इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हेमराज सिंह गौर ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षाएं कराने में मूल्यांकन का काम नहीं हो पाएगा।
एक ओर जहां सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में इस सत्र के दौरान दो बार प्री-बोर्ड परीक्षा कराने का फैसला प्रधानाचार्यों ने किया है, तो वहीं यूपी बोर्ड के स्कूलों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। जनवरी बीतने वाली है, और अभी तक जिले के 90 फीसद स्कूलों में प्री-बोर्ड परीक्षा शुरू नहीं हुई है। प्रधानाचार्य कह रहे हैं, कि भले ही सरकार ने स्कूल खोल दिए हैं और नौवीं से 12वीं के छात्र आ भी सकते हैं। हालांकि फिर भी छात्रों की उपस्थिति 25 से 30 फीसद हो रही है। इतनी कम संख्या में परीक्षा कराना कैसे संभव है।
ऑनलाइन में मूल्यांकन संभव नहीं, कई और दिक्कतें
खालसा इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हेमराज सिंह गौर ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षाएं कराने में मूल्यांकन का काम नहीं हो पाएगा। वहीं तमाम छात्र ऐसे हैं, जो ऑनलाइन पढ़ाई ही नहीं कर पा रहे तो परीक्षा कैसे देंगे। इसके अलावा ऑनलाइन परीक्षा कराने को लेकर शिक्षकों को भी किसी तरह का प्रशिक्षण नहीं दिया गया है।
लाखों परीक्षार्थी होंगे शामिल
यूपी बोर्ड की परीक्षा 2021 में 10वीं और 12वीं में एक लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। ऐसे में अगर इन परीक्षार्थियों की प्री-बोर्ड परीक्षा नहीं होगी तो इनकी तैयारी का आंकलन भी नहीं हो पाएगा।
इनका ये है कहना
फिलहाल 90 फीसद स्कूलों में अभी प्री-बोर्ड परीक्षा शुरू नहीं हुई है। हालांकि परीक्षाएं कराई जरूर जाएंगी।