Patna Metro Recruitment: मेट्रो में बहाली के नाम पर चल रहा था खेल, दे दिया था Offer Letter भी
Patna Metro Recruitment इंदिरा भवन स्थित मेट्रो कार्यालय पहुंचने के बाद पता चला फर्जीवाड़ा। पैसे ऐंठकर कई शिफ्ट में आवेदकों को बुलाया था इंटरव्यू देने। डीएमआरसी ने कहा- किसी भी तरह के विज्ञापन के फेर में नहीं फंसे। विभाग का वेबसाइट विजिट करें।
पटना मेट्रो में असिस्टेंट इंजीनियर (Assistant Engineer in Patna Metro) की नौकरी दिलाने के नाम पर एक दर्जन से अधिक युवाओं को ठगी का शिकार बनाया गया था। इसके लिए बाकायदा इन युवाओं को आफर लेटर (Offer Letter) भी दिया गया था। जब युवा तय तारीख 10 जुलाई को राजधानी पटना के इंदिरा भवन स्थित दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के कार्यालय पहुंचे तो उन्हें ठगे जाने का आभास हुआ। दैनिक जागरण ने बुधवार को ठगी के शिकार युवकों से बात की तो जिसमें कई रोचक बातें सामने आई हैं।
27 पद की वैकेंसी का आया था विज्ञापन
युवकों ने बताया कि ठग का नाम निकेश कुमार है। पटना मेट्रो में कुछ सप्ताह पहले 27 असिस्टेंट इंजीनियर के पदों की बहाली का विज्ञापन आया था। इसी विज्ञापन को दिखाकर ठग ने अपने झांसे में लिया। इस पद के आवेदन की तारीख निकल गई थी, मगर ठग ने साक्षात्कार दिलाने के नाम पर इन सबसे तीन हजार रुपये लिए। कुछ युवाओं से और अधिक राशि लिए जाने की भी बात आई है। इसके बाद सभी को अलग-अलग शिफ्ट में 10 तारीख को इंदिरा भवन आने को कहा। यहां ठग खुद गेट पास बनाने के नाम पर फरार हो गया। जब युवक कार्यालय गए तो उन्हें बताया गया कि इससे पहले भी आठ-दस युवकों के साथ ऐसा फर्जीवाड़ा हो चुका है। अब ठग ने अपना मोबाइल नंबर आफ कर लिया है। इस मामले में डीएमआरसी ने एसकेपुरी थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।
डीएमआरसी ने किया सचेत, पुलिस में की शिकायत
पटना मेट्रो का निर्माण करने वाली दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) ने कुछ दिन पूर्व खुद ठगों से बचने को लेकर लोगों को सचेत किया था। डीएमआरसी ने संदेश जारी कर कहा है कि कुछ शातिर लोग पटना मेट्रो में रोजगार दिलाने का फर्जी विज्ञापन निकालकर बेरोजगार युवकों को ठग रहे हैं। इतना ही नहीं, कुछ तो आफर लेटर तक दे रहे हैं। मेट्रो से जुड़ी किसी प्रकार की सूचना के लिए दिल्ली मेट्रो की आफिशियल वेबसाइट का इस्तेमाल करें। डीएमआरसी में नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड और योग्यता पर आधारित है। डीएमआरसी में किसी भी एजेंसी या व्यक्ति को इसके लिए अधिकृत नहीं किया है।