Top News Of Up : यूपी अनलॉक, खुल सकेंगे मल्टीप्लेक्स सिनेमाहॉल व जिम और स्टेडियम, हेल्थ एटीएम पर विचार
मुनव्वर राना के बेटे पर हमले के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलास करते हुए बताया कि उनके बेटे तबरेज के साथी हलीम ने ही रची थी यह खौफनाक साजिश। साथ ही पढ़े यूपी की आज की टॉप फाइव खबरें
विस्तार
आज मुख्यमंत्री योगी ने महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए कहा कि यूपी में अब खुल सकेंगे मल्टीप्लेक्स सिनेमाहॉल व जिम और स्टेडियम, हेल्थ एटीएम। इसके अलावा पुलिस ने मुनव्वर राना के बेटे के हमले के मामले में सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि मुनव्वर राना के बेटे तबरेज ने ही साथी हलीम के साथ मिलकर यह खौफनाक साजिश रची और भाड़े के शूटरों से हमला कराया। उधर, अमर उजाला एक्सक्लूसिव में पढ़िए कहां बने नदी में बने 100 मकान होंगे जमींदोज। आज माफिया मुख्तार अंसारी का एक और कारनामे का खुलासा हुआ है। मुख्तार ने सरकारी जमीन पर किया कब्जा, फिर सरकार से ही वसूला सालाना डेढ़ करोड़ किराया। उधर, मुकुल गोयल ने संभाला डीजीपी का चार्ज, इसके पहले परिवार के साथ हनुमान मंदिर पहुंचे। पढ़िए ये सभी खबरें विस्तार से...
यूपी अनलॉक: खुल सकेंगे मल्टीप्लेक्स सिनेमाहॉल व जिम और स्टेडियम, हेल्थ एटीएम पर विचार
सिनेमा हाल - फोटो : amar ujala
प्रदेश में पांच जुलाई से मल्टीप्लेक्स, सिनेमाघर, जिम व स्पोर्ट्स स्टेडियम खुल जाएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के साथ इनकी गतिविधियों के संचालन की अनुमति होगी। कोविड-19 के कारण सिनेमाघर संचालकों के व्यवसाय पर पड़े असर को देखते हुए इन्हें संचालित करने की अनुमति देने का फैसला किया गया है। शनिवार व रविवार को सप्ताहांत कोरोना कर्फ्यू पहले की तरह ही लागू रहेगा।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण में कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-9 की बैठक में अधिकारियों को 5 जुलाई से मल्टीप्लेक्स, सिनेमाघर, जिम और स्टेडियम का संचालन शुरू किए जाने की अनुमति देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण प्रभावी रूप से नियंत्रित है। संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या लगातार कम हो रही है। साथ ही कोविड संक्रमण के नए मामले भी रोजाना कम हो रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करते हुए विभिन्न गतिविधियां संचालित की जानी चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि कोविड की वजह से सिनेमाघर संचालकों के व्यवसाय पर काफी असर पड़ा है। उनकी जरूरतों व समस्याओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि पांच जुलाई से कोविड प्रोटोकॉल के साथ मल्टीप्लेक्स, सिनेमाघर, जिम व स्टेडियम खोले जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि शनिवार व रविवार को सप्ताहांत कोरोना कर्फ्यू यथावत रहेगा। इसमें अभी किसी तरह की छूट देने का फैसला नहीं हुआ है। इसी तरह रात नौ बजे के बाद आंशिक कोरोना कर्फ्यू भी पहले की तरह प्रभावी रहेगा। शासन की ओर से जल्द ही 5 जुलाई से दी जाने वाली रियायतों के संबंध में गाइडलाइन जारी की जाएगी।
● प्रदेश में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रण में है। संक्रमण दर न्यूनतम है। हर दिन ढाई लाख से अधिक कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर एक फीसदी से भी कम हो चुकी है। विगत दिवस विगत 24 घंटे में प्रदेश में दो लाख 70 हजार 723 कोविड टेस्ट किए गए, इसी अवधि में संक्रमण के 133 नए मामले आये हैं, जबकि 228 मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश में अब तक पांच करोड़ 83 लाख 82 हजार से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। अब तक 16 लाख 81 हजार 208 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
● प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयासों के क्रम में गांवों, छोटे कस्बों और महानगरीय क्षेत्रों "हेल्थ एटीएम" की स्थापना पर विचार किया जाए। इन अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से लोग बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक ऐज, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा, वजन सहित कई पैरामीटर की जांच कर सकते हैं। इसके संचालन के लिए तकनीशियनों को प्रशिक्षित किया जाए। इस संबंध में यथाशीघ्र विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए।
● प्रदेशवासियों को बहुत जल्द पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उपहार मिलने जा रहा है। जुलाई, 2018 में इसकी आधारशिला रखी गई थी और अब इसके निर्माण की प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो गई है। एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के विकास की कार्ययोजना भी तैयार की जाए।
● राजस्व विभाग द्वारा स्वामित्व, घरौनी और वरासत अभियान की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की जाए। इन कार्यक्रमों ने आमजनमानस को बड़ी सुविधा प्रदान करने में सफलता प्राप्त की है। कोविड के कारण निराश्रित हुई महिलाओं को अभियान चलाकर उत्तराधिकार लाभ दिलाया जाए। शहरों तथा गांवों में निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालयों के संचालन की जिम्मेदारी स्थानीय महिलाओं को ही सौंपी जाए।
मुनव्वर राना के बेटे पर हमले का मामला: तबरेज के साथी हलीम ने रची थी खौफनाक साजिश, भाड़े के शूटरों से कराया हमला
मुनव्वर राना के घर पहुंची यूपी पुलिस - फोटो : अमर उजाला
मशहूर शायर मुनव्वर राना के बेटे तबरेज राना पर चार दिन पहले हुए हमले के मामले में शुक्रवार को नया मोड़ आ गया। यह हमला किसी और ने नहीं बल्कि मुनव्वर के बेटे तबरेज ने अपने साथियों के साथ साजिश करके सुर्खियां बटोरने के लिए अपने ऊपर खुद कराया था। पुलिस ने तबरेज के दो साथियों समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि तिलोई से चुनाव लड़ने, मीडिया के जरिए सुर्खियां बटोरने और चाचाओं को फंसा कर शांत करके उनके हिस्से की रकम हड़पने के लिए अपने ऊपर फायरिंग कराई थी। इस खुलासे के बाद मुनव्वर का बेटा तबरेज फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शुक्रवार को एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि मुनव्वर राना के बेटे ने कुछ दिन पहले जमीन बेची थी। इस जमीन में चाचाओं का कुछ हिस्सा भी तबरेज ने बेच दिया था। इसकी जानकारी होने पर चाचाओं ने आपत्ति जताई थी। इसी के बाद तबरेज ने साथी हलीम और सुल्तान के साथ मिलकर एक होटल में बैठकर अपने ऊपर फायरिंग कराने की साजिश रची। इस साजिश को 28 जून को अंजाम दिया गया। घटना वाले दिन तबरेज त्रिपुला के निकट पेट्रोल पंप के पास पहुंचा और गाड़ी खड़ी कर दी। पहले से तय योजना के तहत तबरेज के साथी हलीम और सुल्तान के इशारे पर शूटर सत्येंद्र और शुभम ने तबरेज के वाहन पर फायरिंग किया। एसपी का कहना है कि हमला जिधर तबरेज बैठा था उधर ना करके दूसरी तरफ किया गया। यह पूरा वाक्या पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।
एसपी ने बताया कि हलीम और सुल्तान को गिरफ्तार किया गया तो सारी हकीकत और साजिश सामने आ गई। इन सभी के कब्जे से एक-एक पिस्टल बरामद की गई है। एसपी ने बताया कि साजिश सफल होने पर तबरेज ने हलीम को तिलोई से चुनाव लड़ने के दौरान होर्डिग्स का ठेका देने का लालच दिया था। एसपी ने बताया कि चारों आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है जबकि मुनव्वर राना के बेटे तबरेज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगी हुई है।
अमर उजाला एक्सक्लूसिव: नदी में बने 100 मकान होंगे जमींदोज, भेजे गए नोटिस, खुदाई का काम जारी
शामली में खोखरी नदी में बने मकान। - फोटो : amar ujala
शामली के सकौती गांव में खोखरी नदी की जमीन पर कब्जा कर बनाए गए मकानों को ध्वस्त किया जाएगा। नदी की जद में लगभग 100 मकान आ रहे हैं। इन मकान मालिकों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही ड्रेनेज खंड इन मकानों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर सकता है।
वर्षों से खोखरी नदी के जीर्णोद्धार के लिए आवाज उठ रही है। ग्रामीणों की मांग पर खोखरी नदी के सुधार के लिए सर्वे हुआ और प्रस्ताव के बाद शासन स्तर से बजट पास हुआ। नदी की खुदाई में कब्जाधारी भी आड़े आए अब सहारनपुर के लखनौती से चौसाना नदी की खुदाई का काम पूरा हो चुका है। फिलहाल चौसाना में खुदाई चल रही है। इससे आगे सकौती गांव पड़ता है। इस गांव में बड़ी संख्या में लोगों ने नदी की जमीन पर कब्जा कर पक्के मकान बना लिए हैं।
नदी की खुदाई से पहले ड्रेनेज खंड के जिलेदार की ओर से गांव के करीब 100 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि खुद कब्जा नहीं हटाने पर ड्रेनेज खंड किए गए निर्माण को ध्वस्त करेगा। इसका खर्चा भी कब्जा धारकों से वसूल किया जाएगा।
कई परिवारों ने गलत नोटिस देने का लगाया आरोप
सकौती के कई परिवारों ने गलत नोटिस देने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्होंने जमीन खरीदकर मकान बनाए हैं। कुछ ऐसे भी परिवारों को नोटिस दिए गए हैं, जो नदी क्षेत्र में नहीं हैं। ग्रामीण सुक्रमपाल का कहना है कि उनका मकान नदी की भूमि से कुछ दूरी पर है। इसके अलावा रामकुमार, राजबीर, रामसरन, भगवान सिंह, शिवकुमार, फूलकुमार, अमित कुमार, देवी सिंह, राजेंद्र सिंह, वीरसैन आदि का भी यही कहना है।
गांव में खत्म हो गया है नदी का अस्तित्व
सकौती गांव में नदी का अस्तित्व लगभग खत्म हो गया है। वहां केवल एक नाली रह गई है। गांव के बाहर नदी एक छोटे तालाब के रूप दिखाई देती है। पानी नहीं आने के कारण लोगों ने नदी की जमीन पर कब्जा कर पक्के मकान बना लिए। कई ग्रामीणों के मकान तो दो-तीन दशक पुराने हैं। अब नदी पीछे से साफ होती आ रही है। ऐसे में बरसात में नदी में पानी भी आएगा। यदि नदी की धारा को साफ नहीं किया गया तो पानी आगे नहीं जा पाएगा। यमुना खादर इंटर कॉलेज के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार का कहना है कि खोखरी नदी के जीर्णोद्धार से पानी की समस्या का निदान होगा, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते नदी की जमीन पर अवैध कब्जा होता गया। अब जो लोग वर्षों से यहां मकान बनाकर रह रहे हैं उनका क्या होगा।
इन्होंने कहा...
ग्राम प्रधान रोहताश का कहना है कि खोखरी नदी की जमीन पर लोगों ने मकान बना रखे हैं, जिनमें से बहुत से परिवारों की दयनीय स्थिति है। उनके पास रोजगार के साधन नहीं हैं। प्रशासन ने तीन दिन का नोटिस जारी कर जगह को खाली करने को कहा है।
नदी की खुदाई का काम चल रहा है। नदी की जमीन पर कब्जा करने वालों को कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। यदि उन्होंने कब्जा नहीं हटाया तो ड्रेनेज खंड कब्जा हटाएगा। सहारनपुर की ओर से नदी साफ होती आ रही है। ऐसे में यदि आगे तक खुदाई नहीं हुई तो पानी आगे नहीं जा पाएगा। - अशोक कुमार, सहायक अभियंता, ड्रेनेज खंड
माफिया मुख्तार अंसारी का कारनामा : सरकारी जमीन पर किया कब्जा, फिर सरकार से ही वसूला सालाना डेढ़ करोड़ किराया
मुख्तार अंसारी - फोटो : अमर उजाला
मुख्तार अंसारी पर मनी लांड्रिग का केस दर्ज करने में जिन तीन मुकदमों को आधार बनाया गया है उनमें से एक सरकारी जमीन पर कब्जे का है। खास बात यह कि न सिर्फ उसने सरकारी जमीन पर कब्जा किया, बल्कि उसी पर आलीशान गोदाम बनवाकर सरकार से ही सालाना डेढ़ करोड़ किराया भी वसूला। मामला संज्ञान में आने के बाद पिछले साल मऊ जिला प्रशासन ने करोड़ों रुपये के इस गोदाम को सीज करते हुए मुख्तार की पत्नी, सालों समेत पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
मामला मऊ जनपद के रैनी गांव का है। करीब 10 साल पहले मुख्तार ने गुंडई के बल पर औने-पौने दाम में भूमिहार, यादव व अनुसुचित जाति के लोगों से करीब 15 बीघा जमीन खरीदी। जमीन उसने अपनी पत्नी अफ्शा अंसारी, बिजनेस पार्टनर सरजील राजा उर्फ आतिफ, अनवर शहजाद (मेसर्स विकास कंसट्रक्शन) के नाम ली गई। इसके बाद जमीनों के अगल-बगल स्थित ग्रामसभा की कई बीघा जमीन पर भी कब्जा कर लिया गया। दो साल में यहां आलीशान गोदाम बनकर खड़ा हो गया।
इसके बाद फूड कारपोरेशान ऑफ इंडिया (एफसीआई) को यह गोदाम डेढ़ करोड़ सलाना किराये पर दे दिया गया। सात साल तक किराये के रूप मेें इस गोदाम के माध्यम से दस करोड़ से ज्यादा रुपये वसूले गए। पिछले महीने ही गोदाम का कुछ हिस्सा सीज कर उसे पुलिस ने कुर्क कर दिया था। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर गोदाम बनवाने के मामले में मऊ के दक्षिणटोला थाने में विकास कंसट्रक्शन के नाम से केस दर्ज कराया गया था।
शैल कंपनियों के जरिए व्हाइट होती थी ब्लैक मनी
सूत्रों का कहना है कि जिस विकास कंसट्रक्शन के नाम से सरकारी जमीन पर कब्जा कर गोदाम बनवाया गया, वह मुख्तार की शैल कंपनी है। इसमें पर्दे के पीछे से उसका ही पैसा लगा हुआ था। कागजों में जिसका मालिक मुख्तार का बिजनेस पार्टनर आतिफ था। सूत्रों का यह भी कहना है कि ईडी को मुख्तार की ऐसी ही कई और शैल कंपनियों के बारे में जानकारी मिली है। इनके जरिए वह अपनी ब्लैक मनी को व्हाइट करता था।
विधायक निधि निकाल ली, स्कूल का पता नहीं
मुख्तार पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करने में आधार बनाया गया दूसरा मुकदमा विधायक निधि के दुरुपयोग का है। इसी साल मऊ के सायलखंसी थाने में इस मामले में मुख्तार समेत पांच लोगों को नामजद कराया गया था। आरोप है कि सरवां गांव स्थित तीन हजार वर्ग गज जमीन पर गुरु जगदीश ङ्क्षंसंह बैजनाथ पहलवान उच्च माध्यमिक विद्यालय के नाम पर विधायक निधि से 25 लाख रुपये निकाले गए। लेकिन स्कूल बना ही नहीं।
जिस जमीन पर स्कूल बनवाने संबंधी प्रस्ताव के तहत विधायक निधि से धन की निकासी की गई, उसके एक हिस्से पर महज चहारदिवारी, जबकि दूसरे हिस्से पर केले की खेती हो रही थी। शिकायत मिलने पर सीओ ने मामले की जांच की और उनकी रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन इंस्पेक्टर की ओर से मुख्तार, उसके सहयोगी ग्राम प्रधान बैजनाथ यादव समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। इस मुकदमे में मुख्तार को आपराधिक षडयंत्र का आरोपी बनाया गया था।
यूपी : मुकुल गोयल ने संभाली डीजीपी की जिम्मेदारी, बोले पुलिस अफसरों को निकलना होगा फील्ड में
डीजीपी का चार्ज संभालने के बाद पत्रकार वार्ता करते मुकुल गोयल - फोटो : अमर उजाला
मुकुल गोयल ने शुक्रवार को प्रदेश के नए डीजीपी के रुप में जिम्मेदारी संभाल ली। वे दिन में साढ़े 12 बजे डीजीपी का चार्ज लेने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए और अपनी प्राथमिकताएं गिनायीं। उन्होंने कहा कि जिलों के अफसरों को फील्ड में निकलना होगा। अधिकारियों को जनता से सीधे जुडें। पुलिस और जनता के बीच की दूरी को दूर करना होगा। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी घटनाएं कई बार बड़ी घटना बन जाती है। छोटे-छोटे अपराध ही बड़े अपराध को जन्म देते हैं। ऐसे में हर छोटे-छोटे मामलों को देखना होगा। उन्होंने कहा कि आप सबके सहयोग से और जनता के सहयोग से प्रदेश की कानून व्यवस्था को और बेहतर करेंगे। अपराध पर नियंत्रण पर मुख्य फोकस रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी प्रदेश का हर नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस करे।
उन्होंने कहा कि मौजूदा परिवेश में विभिन्न तकनीक को हम नकार नहीं सकते। अपराध नियंत्रण हो या पुलिसिंग के अन्य तौर तरीके इसमें तकनीक का प्रयोग कर हम आगे बढ़ेंगे। उन्होंने बिकरु कांड की घटना को हुए एक साल पूरा होने पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिकरु की घटना दुखद थी। उस समय मैं यूपी में नहीं था, लेकिन घटना के बारे में सुना था। उन्होंने कहा कि यह घटना कई सालों से बने अपराधी और कुछ पुलिस कर्मियों के गठजोड़ का नतीजा थी। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी घटनाएं नजरअंदाज की जाएंगी तो यह एक दिन बड़ी घटना बनेंगी।
अवैध धर्मांतरण के मामलों के बारे में उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले का मैं खुद अध्ययन करुंगा और यह सुनिश्चित करुंगा कि किसी निर्दोश को प्रताड़ित न किया जाए और जो दोषी है उसे सजा मिले। एनकाउंट पॉलिसी को लेकर उन्होंने कहा कि हर अधिकारी अपने तरीके से काम करता है उसकी अपनी सोच होती है। उस सोच को अपने अधिकारियों के साथ साझा करते हुए प्रदेश के हित में जो कुछ होगा कानून के हद में रहते हुए उसे करेंगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जमाने में अफवाह एक चुनौती है, इसे दूर करने के लिए काम करेंगे।
गाजियाबाद में दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बारे में उन्होंने कहा कि जब तक शांति के साथ कोई भी प्रदर्शन होगा पुलिस उसमें दखल नहीं देगी। अगर कानून हाथ में लेने की कोशिश होगी तो फिर पुलिस अपने तरीके से निपटेगी। उन्होंने राजनैतिक मुकदमों को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मुकदमे छानबीन कर लिखे जाएंगे और किसी भी हाल में निर्दोंशों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी।
संप्रदायिक घटनाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर डीजीपी ने कहा कि पुलिस अगर अपना मूल काम करती रहे तो सब कुछ नियंत्रण में रहेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जो त्यौहार हैं उनकी कार्ययोजना बनाकर शांति पूर्ण ढंग से कराया जाएगा। हर त्यौहार के लिए एसओपी तय है। पुलिस पूरा होमवर्क करके काम करेगी। डीजीपी ने साइबर क्राइम पर पूछे गए सवाल के जवाब में अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने इसका जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश के 18 मंडलों में साइबर थाने खोलकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इसी तरह महिला अपराध को रोकने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार ने विशेष अभियान चलाया था। ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं की सुनवाई के लिए थाने खोले गए हैं।
डीजीपी ने सिग्नेचर बिल्डिंग की प्रशंसा की
मुकुल गोयल ने सिग्नेचर बिल्डिंग की तारीफ करते हुए कहा कि जब हम एडीजी कानून व्यवस्था थे उस समय इस बिल्डिंग का शिलान्यास किया गया था। यह बिल्डिंग काफी कम समय में कंप्लीट हुई है। मैं इसमें पहली बार आया हूं। अच्छा लग रहा है।
हनुमान मंदिर पहुंच कर किया दर्शन
मुकुल गोयल सुबह 9:30 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद हुआ हनुमान मंदिर डालीगंज पहुंचे। यहां उन्होंने हनुमान जी के दर्शन किए। इसके बाद मुकुल गोयल यहां से मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। 12:30 बजे डीजीपी मुख्यालय पहुंचे और पदभार ग्रहण किया।