इस बार खरमास में हुई सर्वाधिक रजिस्ट्री, राजस्व वसूली में निबंधन विभाग आगे
आमतौर पर खरमास के समय जमीन की खरीद और बिक्री घटकर आधी हो जाती है। लेकिन इस वर्ष कोडरमा जिले में ऐसा नजर नहीं आया। एक रुपये में महिलाओं के नाम रजिस्ट्री योजना बंद होने के बाद राजस्व में भी बढ़ोतरी हुई है।
खरमास में मांगलिक कार्यक्रम भले ही बंद रहे, लेकिन इसका असर जमीन की खरीद-बिक्री पर नहीं पड़ा है। कोडरमा जिले में जहां विद्युत विभाग, नगरपर्षद, नगर पंचायत व अन्य विभाग वसूली की लक्ष्य प्राप्ति के लिए जीतोड़ प्रयास में जुटा है, वहीं निबंधन विभाग इस मामले में आश्चर्यजनक रूप से आगे बढ़ गया है। बीते एक माह में जिले में निबंधन से सर्वाधिक राजस्व वसूली हुई है। आमतौर पर खरमास में (14 दिसंबर से 14 जनवरी तक) जमीन की खरीद और बिक्री घटकर आधी हो जाती है। लेकिन इस वर्ष कोडरमा में ऐसा नहीं हो रहा है।
कोडरमा के अवर निबंधन पदाधिकारी रूपेश कुमार ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष का लक्ष्य 12 करोड़ 59 लाख रुपये है। इस वर्ष अप्रैल और मई में रजिस्ट्री का काम कोविड 19 के कारण प्रभावित हुआ। 1 जून से कार्यालय शुरू होने के बाद 11 जनवरी 2021 तक लगभग साढ़े सात महीने में 10 करोड़ 65 लाख रुपये की वसूली हो चुकी है। यह लक्ष्य का 85 प्रतिशत है। अवर निबंधन पदाधिकारी के अनुसार जनवरी माह तक लक्ष्य की प्राप्ति कर ली जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष अप्रैल माह से 1 रुपये में महिलाओं के नाम रजिस्ट्री बंद होने के बाद राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। 2019 दिसंबर माह तक 3790 दस्तावेज का निबंधन किया गया। इससे 4 करोड़ 82 लाख 76 हजार 205 रुपये की राजस्व वसूली हुई थी। वहीं इस वर्ष राजस्व वृद्धि के पीछे एक कारण यह माना जा रहा है कि कोरोना काल में घर आए प्रवासी मजदूर अपनी आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए जमीन की बिक्री कर रहे हैं।
एक नजर में 2020 के जून माह से जनवरी 2021 तक का आंकड़ा
जून - रजिस्ट्री 275 - राजस्व - 1,01,00632 रुपये।
जुलाई - रजिस्ट्री 325 - राजस्व- 1,23,90654 रुपये।
अगस्त- रजिस्ट्री 296- राजस्व 1,13,66,632 रुपये।
सितम्बर- रजिस्ट्री- 461- राजस्व- 1,30,540089 रुपये।
अक्टूबर- रजिस्ट्री- 462 राजस्व- 1,88,91728 रुपये।
नवंबर- रजिस्ट्री- 429 राजस्व- 1,44,74929 रुपये।
दिसंबर- रजिस्ट्री- 669 राजस्व- 2,30,37162 रुपये।