प्रयागराज व गढमुक्तेश्वर के माघ मेला सहित यूपी के 27 जिलों में राहत दस्ता मुस्तैद
उत्तर प्रदेश में बिजनौर से बलिया तक के 27 जिले गंगा नदी के तट है। इन सभी सभी जिलों में जिलाधिकारी के साथ पुलिस तथा राहत विभाग की टीम अलर्ट है। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि प्रयागराज के साथ गढ़मुक्तेश्वर और फर्रुखाबाद में माघ मेला चल रहा है।
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से उत्तर प्रदेश में भी गंगा नदी में बाढ़ आने के साथ तबाही की आशंका पर उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में अलर्ट है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड को इस संकट की घड़ी में हर प्रकार की मदद देने के साथ गंगा नदी के किनारे के जिलों में जिलाधिकारियों व पुलिस प्रमुख को भी मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है।
उत्तराखंड में परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे के 10 मंडलों के 27 जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। यूपी में गंगा नदी के किनारे स्थित सभी जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को लगातार निगरानी के निर्देश दिये गए हैं। परिस्थितियों से निपटने के लिए राज्य सरकार की ओर से राज्य आपदा मोचक बल (एसडीआरएफ) को भी अलर्ट कर दिया गया है। प्रदेश में गंगा नदी के किनारे बसे जिलों में जल स्तर की लगातार निगरानी की जा रही है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में नंदादेवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर ऋषिगंगा नदी पर बने पावर प्रोजेक्ट डैम पर गिरने से जल विद्युत परियोजना का बांध टूट गया है। इससे अलकनंदा नदी में पानी का बहाव अचानक बढ़ गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जल स्तर बढ़ने की दशा में आवश्यकता पड़ने पर गंगा नदी के किनारे बसे लोगों को वहां से अन्यत्र भेजा जाएगा। राहत और बचाव के लिए निर्देश दिये जा चुके हैं। सीएम योगी ने लोगों को आश्वस्त किया है कि उप्र सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। उन्होंने लोगों से अपील है कि वे किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें। न ही अफवाह फैलाएं। लोग खुद सतर्कता बरतें और नदी के किनारे न जाएं। किसी विषम परिस्थिति के उत्पन्न होने पर जिला प्रशासन के साथ सहयोग करें।
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने भी इस बाबत सिंचाई विभाग के इंजीनियर्स को सभी बांध के गेट खोलने का निर्देश दिया है। उत्तर प्रदेश में गंगा नदी बिजनौर से प्रवेश करती है। इसके बाद बदायूं, बुलंदशहर, हापुड़, कन्नौज, फर्रुखाबाद, कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, प्रयागराज से होकर वाराणसी, गाजीपुर तथा बलिया तक बहती है। चमोली के इस हादसे का असर उत्तर प्रदेश में भी होने की आशंका के बीच प्रयागराज के साथ गढमुक्तेश्वर में माघ मेले पर सरकार की खास नजर है। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मामले पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए सभी संबंधित लोगों को निर्देशित किया है। हमलोगों ने जिलाधिकारियों से बात कर अलर्ट पर रहने को कहा है। सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। सभी अधिकारी काम पर लग गए हैं। लखनऊ में कंट्रोलरूम बनाया गया है।
योगी ने जताया दुख, संकट की घड़ी में उत्तराखंड के साथ : उत्तराखंड आपदा में अनेक नागरिकों की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति, मृतकों के शोकसंतप्त पविारीजनों को दुख सहने की शक्ति देने और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने की प्रार्थना करते हुए योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार संकट की इस घड़ी में उत्तराखंड सरकार के साथ खड़ी है। उत्तराखंड सरकार को आवश्यकता पड़ने पर सभी आवश्यक मदद दी जाएगी।
राहत आयुक्त कार्यालय से दिए गए निर्देश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राजधानी स्थित राहत आयुक्त कार्यालय के कंट्रोल रूम से सभी जिलों से टेलीफोन पर बातचीत कर उन्हें अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने मुरादाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, बरेली, कानपुर, प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी और आजमगढ़ मंडलों के आयुक्त और इन मंडलों के 27 जिलों के डीएम को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश जारी कर दिया है। मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों से कहा गया है कि आपदा के कारण प्रदेश के जिलों में कोई हानि न हो, इसके लिए नदी के किनारे बसे गांवों में जनता को अलर्ट करें ताकि अचानक पानी आने से कोई अप्रिय घटना न हो। उनसे पूरे जिले को हाई अलर्ट रह रखते हुए स्थिति की लगातार निगरानी करने के लिए कहा गया है। बाढ़ की आशंका होने पर तत्काल हालात को संभालने के लिए आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया गया है।
गंगा किनारे के इन जिलों में अलर्ट : बिजनौर, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, संभल, मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़, अलीगढ़, कासगंज, बदायूं, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, कन्नौज, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर, रायबरेली, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, भदोही, मीरजापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया व चंदौली।
जरूरत पड़ने पर इन फोन नंबरों पर करें संपर्क : अपर मुख्य सचिव राजस्व ने इन 10 मंडलों के आयुक्तों और 27 जिलों के डीएम को जिलों में तैनात एसडीआरएफ व राष्ट्रीय आपदा मोचक बल (एनडीआरएफ) के अफसरों के अलावा सिंचाई विभाग के अधिकारियों के नंबर भी जारी कर दिए हैं जिनसे जरूरत पड़ने पर संपर्क किया जा सकता है।
एनडीआरएफ
- कमांडेंट कौशलेश राय : मोबाइल : 8004931401, कार्यालय : 995554677, फैक्स : 7007454954
- डिप्टी कमांडेंट असीम उपाध्याय : मोबाइल : 8004931404, कार्यालय : 8004936924, फैक्स : 7007699947
- एसडीआरएफ कंट्रोल रूम : 7839869303
बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम, सिंचाई विभाग
- महेंद्र सिंह, सहायक अभियंता : 9451940217
- राकेश, वरिष्ठ सहायक : 7839123486
एसडीआरएफ
- पाक्षिक अधिकारी : सहायक सेनानायक शोभनाथ : 9454405423
- साप्ताहिक अधिकारी : सहायक शिविरपाल राजशेखर : 8707619265
- दिवस अधिकारी : एचसीपी अरविंद पांडेय : 7905289037
जिलों में तैनात एसडीआरएफ के अफसरों के नंबर
- कंपनी : जिला : प्रभारी : नंबर
- कंपनी ए/02 : 26वीं वाहिनी गोरखपुर : पीसी नीतेश : 6393544361
- कंपनी ए/01 : वाराणसी : मु.अ.मोइनुद्दीन : 9519800708
- कंपनी बी/01 : 35वीं वाहिनी लखनऊ : मु.अ.कर्मवीर : 9555682788
- कंपनी बी/01 : बरेली : मु.अ. राकेश कुमार : 6396123827
- कंपनी बी/01 : मुरादाबाद : मु.अ.चरन सिंह : 7011984309
- कंपनी सी/01 : वाहिनी मुख्यालय लखनऊ : पीसी राजशेखर : 8707619265
- कंपनी सी/01: प्रयागराज : मु.अ.सुरेश राजभर : 9140846670
- कंपनी सी/01 : आगरा : मु.अ विशंभर : 9140592145
- कंपनी डी/03 : वाहिनी मुख्यालय लखनऊ : पीसी राजशेखर : 8707619265
ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही : गौरतलब है कि रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही हुई है। चमोली में धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई है। इस बाढ़ के पानी से हरिद्वार के बाद प्रदेश के बिजनौर, कानपुर, वाराणसी जिलों में भी असर होगा।