मौनी अमावस्या पर प्रयागराज, वाराणसी व अयोध्या में लग रही पुण्य की डुबकी
मौनी आमवस्या पर प्रयागराज के साथ ही हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तथा फर्रूखाबाद में कल्पवास कर रहे लोग तड़के ही गंगा नदी में डुबकी लगा लेते हैं। इसके साथ ही वाराणसी अयोध्या गोरखपुर व कानपुर में भी लोग स्नान कर रहे हैं।
सनातन धर्म में माघ में मौनी आमवस्या पर स्नान एवं दान-पुण्य का विशेष महत्व है। गुरुवार को मौनी अमावस्या पर प्रदेश में नदियों के किनारे घाटों पर लोग पुण्य डुबकी लगा रहे हैं। दिन में दस बजे तक लाखों लोगों ने पुण्य की डुबकी लगा ली है।
मौनी आमवस्या पर प्रयागराज के साथ ही हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तथा फर्रूखाबाद में कल्पवास कर रहे लोग तड़के ही गंगा नदी में डुबकी लगा लेते हैं। इसके साथ ही वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर व कानपुर में भी लोग स्नान कर रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज में संगम के साथ माघ मेला स्थल पर हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा भी कराई है। सुबह करीब साढ़़े़े नौ बजे हेलीकाप्टर से स्नानार्थियोो पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा भी हुई। हेलीकाप्टर करीब पांच मिनट तक मंडराता रहा।
प्रयागराज में विभिन्न अखाड़े अपनी परम्परा के अनुसार तड़के स्नान करते हैं। इसके साथ ही कल्पवास कर रहे लोग भी पुण्य की डुबकी लगाते हैं। प्रयागराज के माघ मेले के तीसरे और सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर संगम तथा मेला क्षेत्र में अन्य गंगा घाटों पर जमकर पुण्य की डुबकी लग रही है। यहां स्नानार्थी पूरी आस्था के साथ पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं।
यहां स्नान के उपरांत यथा सामर्थ दान दक्षिणा भी दिया जा रहा है। रात 12:19 बजे से अमावस्या तिथि का संचरण होते ही श्रद्धालुओं ने डुबकी लगानी शुरू कर दी थी। तब वैसी भीड़ स्नान घाटों पर नहीं दिखी जैसी सुबह दिख रही है। पुण्य काल 6:31 बजे से 9:30 बजे तक था। माघ मेला प्रशासन से जुड़े लोगों का अनुमान है कि आज 40 लाख लोग श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर स्नान करेंगे।
धर्म नगरी वाराणसी में भी मौनी अमावस्या पर दशाश्वमेध सहित विभिन्न घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालु उमड़े हैं। यहां पर हर घाट पर सुरक्षा के भी बेहद कड़े इंतजाम हैं। हर घाट पर पुलिस की नौका तैनात है।
राम नगरी अयोध्या में गुरुवार को हजारों लोग सरयू नदी के तट पर मौनी आमवस्या पर लाखों पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं। घाट पर भारी भीड़ है। यहां पर अयोध्या के पास के जिलों के श्रद्धालु पहुंचे हैं। कोरोना कॉल के बाद पहली बार बड़ी संख्या में श्रद्धालु नदी के तट पर एकत्र हैं।
सरयू में स्नान का विशेष महत्व: मौनी अमावस्या की बेला में सरयू जैसी पवित्र नदी में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। हर वर्ष की तरह इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुण्यसलिला में डुबकी लगाएंगे। श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को ध्यान में रख कर सरयू तट के पुरोहितों सहित प्रशासन ने भी समुचित तैयारी कर रखी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया ट्वीट: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि मौनी अमावस्या का पावन अवसर है। सभी को पवित्र संगम में स्नान का पुण्य लाभ हो। सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हों। सभी कल्पवासियों की साधना सुगमता से पूर्ण हो।
लोक आस्था के महापर्व मौनी अमावस्या की सभी श्रद्धालुओं व प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। व्रत एवं दान की महत्ता को प्रकट करता यह पावन पर्व सभी के लिए मंगलकारी हो। प्रभु श्री राम की कृपा से समस्त प्राणियों के जीवन में सुख-शांति एवं समृद्धि का वास हो।