यूपी में कोरोना : अंतरराज्यीय बस सेवा बंद, अगले 15 दिन तक प्रदेश के अंदर ही चलेगी रोडवेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अंतरराज्यीय बस सेवा को तत्काल स्थगित कर दिया जाए। अगले 15 दिनों तक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों का संचालन केवल प्रदेश के अंदर ही किया जाए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए आवागमन न्यूनतम किए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए अंतरराज्यीय बस सेवा को तत्काल स्थगित कर दिया जाए। अगले 15 दिनों तक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों का संचालन केवल प्रदेश के अंदर ही किया जाए। वायु सेवा से आवागमन करने वाले सभी यात्रियों के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की जाए। गांव में आने वाले हर एक प्रवासी व्यक्ति की टेस्टिंग करने के भी निर्देश दिए। कहा कि उन्हें नियमानुसार क्वारंटीन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि बीते 24 घंटों में हमने 2,97,021 सैंपल टेस्ट किए हैं। इनमें से 1,28,000 से अधिक टेस्ट केवल आरटीपीसीआर माध्यम से हुए। यह एक रिकॉर्ड है। प्रदेश में अब तक 4.13 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं। सीएम ने कहा कि हमें अस्पतालों में प्रशिक्षित मानव संसाधन की आवश्यकता है। जहां जैसी आवश्यकता हो, मानव संसाधन को उपलब्ध कराया जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री इस दिशा में कार्यवाही सुनिश्चित कराएं।
टीम-9 की तर्ज पर हर जिले में गठित होगी विशेष टीम
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में टीम-9 गठित की जाए। नोडल अधिकारी नामित करते हुए बेहतर कोविड प्रबंधन के लिए कार्यों को विकेंद्रीकृृत किया जाए। साप्ताहिक बंदी, रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में आने वाले एक-एक प्रवासी व्यक्ति की स्क्रीनिंग कराई जाए। निगरानी समितियों से लेखपाल को भी जोड़ा जाना चाहिए।
ऑक्सीजन की आपूर्ति कराई जा रही सुनिश्चित
प्रदेश में 5 मई से पात्र लोगों को निशुल्क राशन वितरण प्रारंभ हो रहा है। इस संबंध में कृषि उत्पादन आयुक्त स्तर से कार्ययोजना तैयार कर ली जाए। ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति में संतुलन के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। शनिवार को प्रदेश में 682 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया।
सभी जिलों में 18-44 साल के लोगों का हो टीकाकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन 7 जिलों में 18 से 44 वर्ष के लोगों का टीकाकरण शुरू किया गया है, वहां यह कार्य निरंतर जारी रहे। एक सप्ताह में ठोस कार्ययोजना बनाकर सभी जनपदों में भी इस आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण प्रारंभ किया जाए। प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी जरूरी सुविधाओं से युक्त कम से कम 10 बेड तैयार किए जाएं।