ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद से लड़ाई की कार्य योजना को दिया अंतिम रूप, भारत की अहम भूमिका
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने शुक्रवार को कहा कि ब्रिक्स काउंटर-टेररिज्म वर्किंग ग्रुप (CTWG) की छठी बैठक भारत की अध्यक्षता में 28-29 जुलाई को हुई थी। इस बैठक में आतंकवाद विरोध कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया।
आतंकवाद, कट्टरपंथ और आतंकी फंडिंग से निपटने के लिए ब्रिक्स देश अगले महीने होने वाली बैठक में एक कार्य योजना अपनाएंगे। समूह के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की अगले महीने बैठक प्रस्तावित है।विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि ब्रिक्स आतंकवाद-विरोधी संयुक्त कार्य समूह (सीटीडब्ल्यूजी) की 28 और 29 जुलाई को वर्चुअल बैठक में कार्य योजना को अंतिम रूप दिया गया। विदेश मंत्रालय ने कहा, ब्रिक्स आतंकवाद-विरोधी संयुक्त कार्य योजना भारत की ब्रिक्स की अध्यक्षता के दौरान प्रमुख योजनाओं में से एक है। इसे अगले महीने होने वाली ब्रिक्स राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में अपनाया जाएगा।
ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों का एक समूह है। यह वैश्विक आबादी के 41 फीसद, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 24 फीसद और वैश्विक व्यापार के 16 फीसद का प्रतिनिधित्व करता है।भारत आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ से निपटने में ब्रिक्स सदस्य देशों के बीच गहरे सहयोग के लिए दृढ़ता से जोर देता रहा है।विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीटीडब्ल्यूजी बैठक में ब्रिक्स देशों ने राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर आतंकवाद से खतरे पर विचारों का आदान-प्रदान किया और कार्य योजना के अनुरूप आतंकवाद विरोधी सहयोग और बढ़ाने का संकल्प लिया।