अंतिम संस्‍कार के बाद 'जिंदा हो उठी' युवती, अपनी ही थ्‍योरी में उलझकर पटना पुलिस पीट रही माथा

फेसबुक लाइव कर खुद को जिंदा बताने वाली युवती का नहीं मिला सुराग स्‍वजन पहले ही कर चुके हैं अंतिम संस्‍कार दुष्‍कर्म के बाद हत्‍या का कर रहे दावा पुलिस की थ्‍योरी पूरी तरह अलग लेकिन पास में कोई ठोस सुबूत नहीं

अंतिम संस्‍कार के बाद 'जिंदा हो उठी' युवती, अपनी ही थ्‍योरी में उलझकर पटना पुलिस पीट रही माथा

पटना के गौरीचक थाना क्षेत्र से लापता युवती की गुत्‍थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है। युवती एक दिन अपने घर से गायब हुई। आठ जुलाई को एक शव मिला, जिसकी पहचान स्‍वजनों ने की और साथ ले गए। युवती की मां ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी की दुष्‍कर्म के बाद हत्‍या कर दी गई है। इसके बाद स्‍वजनों ने 10 जुलाई को शव का अंतिम संस्‍कार भी कर दिया। पुलिस भी इसी एंगल से जांच आगे बढ़ाने लगी। इसी बीच अंतिम संस्‍कार के दो दिन बाद दावा किया गया कि वह लड़की फेसबुक पर लाइव दिखी है, जिसकी हत्‍या और दुष्‍कर्म का दावा स्‍वजन कर रहे हैं। इस वीडियो का दावा सामने आते ही पुलिस ने थ्‍योरी बदल दी और कहा कि शव किसी और लड़की का था। हालांकि पुलिस अब तक न तो लापता युवती को ढूंढ पाई है और न ही उस शव की पहचान ही कर पाई है। लड़की की मां पुलिस के दावे को मानने के लिए तैयार नहीं है।

तकनीकी जांच के जरिये मामले को सुलझाने की कोशिश

मामले में पुलिस का कहना है कि फेसबुक पर लाइव आने वाली युवती की तलाश जारी है। वह अभी किसी के संपर्क में नहीं है। तकनीकी जांच की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ युवती की मां का आरोप है कि उसकी बेटी की हत्या कर दी गई थी। उसकी पहचान कर बेटी का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस मामले को दबाने के लिए लिए झूठे वायरल वीडियो के जरिए बेटी के जिंदा होने का दावा कर रही है। अगर वह जिंदा है, तो पुलिस उसे सामने क्यों नहीं ला रही।

महिला ने कोर्ट ने लगाई है गुहार

वहीं बेटी के अपहरण और बरामद शव की पहचान करने वाली महिला न्यायालय की शरण में गई है। पीडि़ता बताती हैं कि मेरी बेटी का तीन महीने पहले अपहरण कर लिया गया था।  पड़ोस के चार लोगों के खिलाफ नामजद केस किया गया था। छह जुलाई को बदमाशों ने मेरी बेटी के साथ पहले दुष्कर्म किया और फिर गला रेतकर हत्या कर दी गई। आठ जुलाई को पहचान के बाद 10 जुलाई को अपने हाथों से बेटी का अंतिम संस्कार किया।

पुलिस का दावा, अलग अलग है दोनों मामला

एक माह गुजरने के बाद भी जिंदा युवती का कोई सुराग नहीं लगना, पईन में हत्या कर फेंकी गई युवती की अब तक पहचान नहीं होना, बेबस मां द्वारा लिखित शिकायत में अपहरण के आरोपितों की अबतक गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस कार्रवाई पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। पुलिस अब भी यह दावा कर रही है कि युवती जो अपने प्रेमी संग फरार हुई है, वह जिंदा है। वहीं अंडारी पईन से मिली युवती की शव की पहचान के लिए जिले के दूसरे थानों तक संपर्क किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि दोनों मामले अलग-अलग हैं।