कोल इंडिया को चौथी तिमाही में एक प्रतिशत लाभ की गिरावट, सरकार को होगा 1426 करोड़ रुपये का फायदा

कोल इंडिया को चौथी तिमाही में एक प्रतिशत लाभ की गिरावट, सरकार को होगा 1426 करोड़ रुपये का फायदा

सरकार के मालिकाना हर वाली कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के मार्च 2021 में समाप्त हुई तिमाही में एकीकृत लाभ में 1.1 प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज की गयी और यह 4,586.78 करोड़ रुपए रहा। लाभ में कमी का कारण कम बिक्री है। सरकारी कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही में 4,637.95 करोड़ रुपए का एकीकृत लाभ अर्जित किया था।
     
कंपनी ने सोमवार को शेयर बाजार को दी गई सूचना में बताया कि जनवरी-मार्च 2020-21 की तिमाही में उसकी एकीकृत बिक्री वित्तीय वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही के 25,597.43 करोड़ रुपए की तुलना में कम होकर 24,510.80 करोड़ रुपए रही। हालांकि जनवरी-मार्च 2020-21 तिमाही में कंपनी का व्यय 2019-20 की इसी तिमाही के 22,373.046 करोड़ रुपए से कम होकर 21,565.15 करोड़ रुपए रहा।
     
कंपनी ने एक अलग सूचना में बताया कि उसके निदेशक मंडल ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए प्रति शेयर 10 रुपए के अंकित मूल्य पर और 3.50 रुपए प्रति शेयर लाभांश देने की संस्तुति की है। कंपनी की आगामी वार्षिक आम सभा में सदस्य इसका अनुमोदन करेंगे। जनवरी-मार्च 2021 तिमाही में कंपनी का उत्पादन जनवरी-मार्च 2020 तिमाही के 213.71 टन से घटकर 203.42 टन (एमटी) हो गया।
     

कोल इंडिया के लभांश की अंतिम किश्त से सरकार को 1,426 करोड़ रुपये का फायदा

सरकार को कोल इंडिया से लाभांश के रूप में और 1,426 करोड़ रुपये मिलेंगे। कंपनी ने सोमवार को 10 रुपये शेयर पर 35 प्रतिशत अतिरिक्त लाभांश या 3.5 रुपये प्रति इक्विटी लाभांश देने की घोषणा की। कुल लाभांश 2020-21 के लिये 16 रुपये प्रति शेयर 160 प्रतिशत बैठता है। कोल इंडिया में सरकार की सर्वाधिक 66.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है।