झारखंड में शिक्षकों के 39 हजार पद खाली, नियुक्ति के लिए नियमावली को अंतिम रूप देने में जुटे अधिकारी
झारखंड में प्राथमिक से लेकर प्लस टू स्कूल तक के 39,408 शिक्षकों के पद खाली हैं। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने इन पदों पर नियुक्ति की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जिलों से विषयवार शिक्षकों के खाली पद मंगाए जा रहे हैं। वहीं, शिक्षक नियुक्ति नियमावली के संशोधन की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। नियमावली को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा।
वर्ष 2018 में स्कूलों के विलय और शिक्षकों का रेशनलाइजेशन किए जाने के बाद करीब 4500 शिक्षकों के पद खत्म हो गए हैं। इस कारण इन पदों पर नई नियुक्ति नहीं होगी। हेमंत सरकार ने 2021 को नियुक्ति का वर्ष घोषित किया है। नई नियुक्ति नियमावली से होने वाली शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में प्राइमरी स्कूल में 17,835, मिडिल स्कूल में 4893, हाई स्कूल में 13,616 और प्लस टू स्कूल में 3064 शिक्षकों की नियुक्ति हो सकेगी। वहीं, अगर शिक्षक छात्र अनुपात में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई तो इसकी संख्या में बढ़ोतरी होगी।
18 हजार शिक्षक हुए नियुक्त
2015-16 में प्राथमिक और मिडिल स्कूल के लिए चली नियुक्ति प्रक्रिया में 15,698 शिक्षकों की नियुक्ति हो सकी थी। इसमें पहली से पांचवीं के लिए 12,486 शिक्षकों की और छठी से आठवीं के लिए 3,212 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद फिर से 2019 में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें करीब ढाई हजार शिक्षकों की नियुक्ति हुई। पूरी नियुक्ति प्रक्रिया में 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति हो सकी।
हाई स्कूलों में नियुक्त हुए आठ हजार शिक्षक
2016 में स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक की नियुक्ति प्रक्रिया में हाई स्कूलों में 8082 शिक्षकों की नियुक्ति हुई। इसमें कुल 8371 शिक्षकों का चयन किया गया था। हाई स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया 17,500 पदों के लिए शुरू की गई थी, लेकिन आधे पद भी नहीं भरे।
प्लस टू स्कूलों में 1300 शिक्षक हुए नहीं
प्लस टू स्कूलों में स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक की नियुक्ति प्रक्रिया भी 2016 में शुरू हुई। इसमें 1400 पदों पर सीधी नियुक्ति और इतने ही पदों पर हाई स्कूल के शिक्षकों को आरक्षण दिया गया। इसमें हाई स्कूल के शिक्षकों ने रुचि नहीं दिखाई और 200 के अंदर ही हाई स्कूल के शिक्षक प्लस टू में गए। इस नियुक्ति प्रक्रिया में दोनों कोटि मिलाकर करीब 13 सौ शिक्षकों की नियुक्ति हुई। वहीं 2017 में इतिहास भौतिकी और रसायन शास्त्र की कोई नियुक्ति प्रक्रिया में 370 शिक्षक नियुक्त हुए थे।
एसएससी से होगी नियुक्ति प्रक्रिया
राज्य में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के जरिए होगी। अब तक हाई स्कूल और प्लस टू स्कूल के शिक्षकों की ही नियुक्ति एसएससी के माध्यम से होती थी, लेकिन अब प्राथमिक और मध्य विद्यालय के शिक्षकों की नियुक्ति भी उस के माध्यम से ही होगी। संशोधित हो रही नियमावली में इसके प्रावधान किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जल्द बुला सकते हैं बैठक
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन फिलहाल स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के प्रभार में हैं। शिक्षक नियुक्ति को लेकर उन्होंने बैठक बुलाई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले अचानक बढ़ने पर इसे स्थगित करना पड़ा था। अब जब संक्रमण के मामले घट रहे हैं तो राज्य सरकार जल्द बैठक बुला सकती है।
2016 टेट पास को अब तक नहीं मिला मौका
राज्य सरकार की ओर से 2016 में शिक्षक पात्रता परीक्षा ली गई थी। इसमें करीब 53,000 अभ्यर्थी पास किए थे। इन अभ्यर्थियों को प्राथमिक और मध्य विद्यालय की नियुक्ति प्रक्रिया में अब तक मौका नहीं मिला है। 2015-16 में जो नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई थी, उसमें 2013 शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास किए अभ्यर्थी शामिल हो सके थे। 2013 टेट में 66,364 अभ्यर्थी पास किए थे। इनमें से करीब 18,000 अभ्यर्थियों की नियुक्ति शिक्षक के रूप में हो चुकी है। 48000 अभ्यर्थी अभी भी बचे हुए हैं। केंद्र सरकार द्वारा टेट सर्टिफिकेट की वैधता आजीवन कर दिए जाने के बाद नई नियुक्ति प्रक्रिया में भी वे शामिल हो सकेंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग को पहले कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कराना होगा।