टोक्यो ओलंपिक में दर्शकों की मौजूदगी अनिवार्य नहीं : पाउंड
आइओसी) के पूर्व उपाध्यक्ष डिक पाउंड ने कहा है कि टोक्यो ओलंपिक का आयोजन स्टेडियम में दर्शकों की गैरमौजूदगी में हो सकता है। उन्होंने साथ ही भविष्यवाणी की कि जापान और दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद खेलों का उद्घाटन समारोह 23 जुलाई को होगा।
इस साल खेलों के महाकुंभ ओलंपिक के आयोजन को लेकर लोगों के अंदर काफी सवाल है। पिछले साल जापान के आखिरी वक्त तक इसके आयोजन को लेकर दम भरने के बाद भी कोरोना के खतरे को देखते हुए एक साल के लिए स्थगित करना पड़ा। इसके आयोजन को लेकर इस साल भी संटक पैदा हो सकता है लिहाजा आयोजन समिति काफी पहले से ही सतर्क है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) के पूर्व उपाध्यक्ष डिक पाउंड ने कहा है कि टोक्यो ओलंपिक का आयोजन स्टेडियम में दर्शकों की गैरमौजूदगी में हो सकता है। उन्होंने साथ ही भविष्यवाणी की कि जापान और दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद खेलों का उद्घाटन समारोह 23 जुलाई को होगा।
पाउंड ने कहा, 'सवाल यह है कि ऐसा (दर्शकों की मौजूदगी) अनिवार्य है या ऐसा होना अच्छा होगा। दर्शकों का होना अच्छा होगा, लेकिन ऐसा होना अनिवार्य नहीं है।' पाउंड अब फैसला करने वाले आइओसी के कार्यकारी बोर्ड का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन वह स्थगित हो चुके टोक्यो ओलंपिक को लेकर लोगों का उत्साह बढ़ा रहे थे। उन्होंने यह प्रतिक्रिया तब दी है जब हाल में जापान में एक सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाली 80 प्रतिशत जनता का मानना है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच ओलंपिक का आयोजन नहीं होना चाहिए।
कनाडा के वरिष्ठ ओलंपिक अधिकारी और विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी के पहले अध्यक्ष पाउंड ने उस बात को दोहराया, जिसे आइओसी और स्थानीय आयोजक महीनों से दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस बार खेलों का आयोजन नहीं हुआ तो इन्हें रद कर दिया जाएगा। ये खेल दोबारा स्थगित नहीं होंगे। पाउंड ने कहा, 'यह 2021 में होंगे या फिर नहीं होंगे।'