राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में पहलवान नरसिंह यादव पर होगी नजर
चैंपियनशिप में देश के 24 राज्यों से 350 राष्ट्रीय और राज्य खिलाड़ी फ्रीस्टाइल कुश्ती खेलेंगे। हालांकि सभी की नजरें नरसिंह यादव पर टिकी होंगी जो चार साल के प्रतिबंध के बाद राष्ट्रीय स्तर पर अपना पहला मुकाबला खेलेंगे।
नोएडा स्टेडियम में इंडोर स्टेडियम के उद्घाटन के साथ ही नोएडा में पहली बार राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। कोरोना महामारी के दौर में लंबे समय से खेल गतिविधियां बंद रहने के बाद 65वीं सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप शनिवार और रविवार को आयोजित होगी।
चैंपियनशिप में देश के 24 राज्यों से 350 राष्ट्रीय और राज्य खिलाड़ी फ्रीस्टाइल कुश्ती खेलेंगे। हालांकि, सभी की नजरें नरसिंह यादव पर टिकी होंगी, जो चार साल के प्रतिबंध के बाद राष्ट्रीय स्तर पर अपना पहला मुकाबला खेलेंगे। इस चैंपियनशिप के जरिये कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान नरसिंह यादव राष्ट्रीय स्तर पर अपनी वापसी करेंगे।
नरसिंह पर 2016 के रियो ओलंपिक से ठीक पहले डोप टेस्ट में फेल होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, नरसिंह ने प्रतिबंध खत्म होने के बाद 12 से 18 दिसंबर तक बेलग्रेड में हुए व्यक्तिगत विश्व कप में हिस्सा लिया था, लेकिन वह पहले ही दौर में हार गए थे। उनके अलावा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नरेंद्र खुरेनिया, एशियाई कुश्ती पदक विजेता गौरव बालियान, कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेता जीतेंद्र कुमार जैसे बड़े पहलवान भी दमखम दिखाएंगे।
कोरोना के कारण बदले गए नियम :
चैंपियनशिप के आयोजन को लेकर शुक्रवार को बैठक की गई, जिसमें भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के नियमों का पालन करते हुए इस वर्ष राष्ट्रीय चैंपियनशिप के नियमों में बदलाव किया गया है। पहली बार ग्रीको रोमन और फ्री स्टाइल कुश्ती अलग-अलग स्थानों पर आयोजित की जा रही है, ताकि एक स्थान पर ज्यादा खिलाड़ी न हों।
फ्री स्टाइल कुश्ती नोएडा और ग्रीको रोमन कुश्ती पंजाब में आयोजित हो रही है। आयोजक समिति के चेयरमैन रामाश्रय सिंह ने बताया कि चैंपियनशिप के लिए देशभर के 280 खिलाड़ी जिले में पहुंच चुके हैं। खिलाडि़यों की कोरोना जांच और मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही उन्हें शामिल किया गया है।