दिल्ली में कोरोना: सोमवार को सामने आए 51 नए केस, 95 हुए संक्रमण मुक्त, एक भी मौत नहीं
इस दौरान कुल 53728 टेस्ट हुए जिसके बाद दिल्ली की पॉजिटिविटी दर 0.09 प्रतिशत है, वहीं कुल मृत्युदर 1.74 प्रतिशत है।
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दिल्ली में सोमवार को कोरोना के सिर्फ 52 नए मामले सामने आए। वहीं 95 लोग संक्रमण मुक्त हुए और सबसे राहत वाली बात ये है कि इस दौरान एक भी मौत नहीं हुई। दिल्ली सरकार द्वारा मंगलवार सुबह जारी बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में वर्तमान में 538 सक्रिय मामले हैं।
इस दौरान कुल 53728 टेस्ट हुए जिसके बाद दिल्ली की पॉजिटिविटी दर 0.09 प्रतिशत है, वहीं कुल मृत्युदर 1.74 प्रतिशत है। इसी दौरान दिल्ली में कुल 10904 लोगों को टीके लगे। जिसमें से छह हजार से ज्यादा लोगों को पहली डोज और चार हजार से कुछ ज्यादा लोगों को दूसरी डोज लगाई गई।
28 दिन से 100 से नीचे बनी हुई है दैनिक संक्रमितों की संख्या
राजधानी में कोरोना का ग्राफ पिछले करीब 28 दिनों से स्थिर है। दैनिक मामले 100 से नीचे हैं और संक्रमण दर भी 0.50 प्रतिशत से कम बनी हुई है। देशभर में भी कोरोना के हालातों को देखें तो अन्य बड़े राज्यों की तुलना में दिल्ली में स्थिति सबसे बेहतर है।
इस समय देश में संक्रमण के जितने मामले आ रहे हैं। उसमें दिल्ली के महज 0.10 फीसदी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि राजधानी में करीब चार सप्ताह से संक्रमण बेदम है, लेकिन अन्य राज्यों में जिस प्रकार से मामले बढ़ रहे हैं। वह चिंता का विषय है। अब लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
दिल्ली में पिछले चार सप्ताह में कुल 1796 मामले आए हैं और 59 संक्रमितों की मौत हुई है। इस लिहाज से देखें तो रोजाना औसतन 65 संक्रमित मिले हैं और दो मौतें हुई है। इस साल ऐसा पहली बार है जब करीब चार सप्ताह तक वायरस के नए मामले का औसतन 70 से नीचे हैं।
साथ ही सक्रिय मरीज भी 550 से 600 के बीच बने हुए हैं। रोजाना करीब 75 हजार जांच होने पर भी संक्रमण दर 0.50 फीसदी से नीचे बनी हुई है। यह सभी आंकड़े बताते हैं की लंबे समय बाद कोरोना से हालात इतने बेहतर हुए हैं।
एम्स के डॉक्टर युद्धवीर सिंह बताते हैं कि दिल्ली में कोरोना के काबू में रहने के चार कारण है। पहला यह है कि दूसरी लहर में करीब 80 फीसदी आबादी संक्रमित हो चुकी है। इन सभी लोगों में संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी बन चुकी है। दूसरा यह है कि अभी यहां कोरोना के वायरस का कोई नया स्ट्रेन सामने नहीं आया है। इससे संक्रमण नहीं फैल रहा है।
तीसरा यह है कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। चौथा यह है कि सरकार टेस्ट, ट्रैक, आईसोलेट और वैक्सीनेशन की नीति को प्रभावी रूप से लागू कर रही है। सही समय पर लोगों की जांच कर उन्हें आईसोलेट किया जा रहा है और अधिक से अधिक टीकाकरण हो रहा है।