मंगल ग्रह पर चक्कर काटेगा NASA का 'हेलीकॉप्टर', लाएगा जीवन से जुड़ी जानकारियां
गुरुवार को मंगल ग्रह पर नासा का इंजीन्यूटी यान पहुंंच चुका है। हालांकि उसे वहां काफी चुनौतियों का सामना करना होगा। इसे हेलीकॉप्टर कहा जा सकता है वैसे करीब से देखने पर यह छोटा सा ड्रोन जैसा दिखता है।
पृथ्वी पर पहले संचालित उड़ान के एक दशक से अधिक का समय गुजरने के बाद नासा (NASA) दूसरी दुनिया में खुद को साबित करने की तैयारी में हुटा है। गुरुवार को मंगल ग्रह पर नासा का इंजीन्यूटी यान पहुंंच चुका है। हालांकि उसे वहां काफी चुनौतियों का सामना करना होगा। इसे हेलीकॉप्टर कहा जा सकता है वैसे करीब से देखने पर यह छोटा सा ड्रोन जैसा दिखता है। मात्र 4 पौंड यानि 1.8 किलोग्राम के वजन वाले इस हेलीकॉप्टर में ऐसे ब्लेड लगे हैं जो सामान्य से पांच गुना अधिक तेजी से घूम सकता है।
नासा के मार्स 2020 मिशन के तहत इस हेलीकॉप्टर के साथ मंगल ग्रह पर भेजा गया रोवर जीवन की जानकारी एकत्रित करेगा। इसके साथ ही यह रोवर मंगल की सतह से पत्थर और मिट्टी को धरती पर भी लेकर आएगा।
नासा के इस हेलीकॉप्टर का नाता भारत से भी है। दरअसल इसके नाम के लिए अमेरिका में एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें भारतीय मूल की वनीजा रूपाणी (17) ने मंगल ग्रह के लिए बनाए गए पहले हेलिकॉप्टर का नाम दिया था। नासा की प्रतियोगिता ‘नेम द रोवर’ में हिस्सा ले एक निबंध भी लिखा था। इसकी जानकारी नासा ने अपने ट्विटर हैंडल पर दी थी। ट्वीट में नासा ने लिखा, ' हमारे मंगल ग्रह के हेलिकॉप्टर को नया नाम मिल चुका है। मिलिए 'इंजीन्यूटी' से।'