सूडान के वेस्ट दारफूर में खूनी हिंसा, मरने वालों की संख्या बढ़कर 129 हुई
सूडान के वेस्ट दारफूर प्रांत में आदिवासियों के बिच हुई जातीय हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 129 हो गई है। चिकित्सकों के संघ और सहायता कर्मियों के मुताबिक मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
सूडान के पश्चिम दारफुर में आदिवासियों के बिच हुई खूनी हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 129 हो गई है, जबकि 198 लोग घायल हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। मरने वालों एक अमेरिकी नागरिक सईद बाराका भी शामिल है जो अटलांटा से दारफूर अपने परिवार से मिलने आया था।
सत्तारूढ़ संप्रभु परिषद की रविवार को हुई बैठक में इलाके में सुरक्षा बलों को तैनात करने का फैसला लिया गया है। हिंसा के मद्देनजर पिछले दिनों कर्फ्यू भी लगाया गया है। परिषद ने हिंसा की जांच के लिए एक उच्च समिति बनाने का भी फैसला किया है, जो मूल कारणों का पता लगाएगी।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 15 जनवरी को जेनेना में विस्थापित लोगों के एक शिविर में दो लोगों के बीच विवाद हुआ जो भीषण झड़प में तब्दील हो गया। झगड़े में एक अरब व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके जवाब में उसके परिजनों ने शनिवार को शिविर में तथा अन्य इलाकों में लोगों पर हमला किया।
हिंसा के बाद स्थानीय अधिकारियों ने पूरे प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया। पश्चिम दारफूर में सूडान डॉक्टर्स कमेटी ने बताया कि हिंसा में सैनिकों समेत कम से कम 190 से अधिक लोग घायल हुए हैं। कमेटी ने बताया कि रविवार को दोपहर तक झड़पों में कमी आई तथा सुरक्षा हालात बेहतर हुए। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि महासचिव हिंसा के कारण बेहद चिंतित हैं।