सहूलियत के लिए मेट्रो में भी रियायतें बढ़ाए जाने की उम्मीद

मेट्रो में 10-15 फीसदी यात्रियों को मिल रहा है सफर का मौका

सहूलियत के लिए मेट्रो में भी रियायतें बढ़ाए जाने की उम्मीद

विस्तार
कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए लागू पाबंदियों के बीच सात जून से मेट्रो सेवाएं दोबारा शुरू कर दी गईं। नियमों के पालन और बंदिशों के कारण मेट्रो में रोजाना सफर करने वाले यात्रियों की संख्या घटकर 10-15 हो गई। बंदिशों के कारण यात्रियों को स्टेशनों के बाहर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। अनलॉक-5 में भी मेट्रो को 50 फीसदी क्षमता के साथ परिचालन की इजाजत है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी)ने यात्रियों की बढ़ती परेशानी पर चिंता जताते हुए दूसरी गतिविधियों की तर्ज पर मेट्रो सेवाओं में भी और रियायत की उम्मीद जताई है।


डीएमआरसी की ओर से हाल ही में यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए एक फीट की दूरी पर खड़े होकर सफर करने की भी इजाजत मांगी गई। मेट्रो स्टेशनों के बाहर यात्रियों की लग रही लंबी लाइनों के बारे में डीएमआरसी का कहना है कि कोविड-19 महामारी काल में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी एहतियातों का पालन किया जा रहा है। क्षमता चूंकि कम है, इसलिए स्टेशनों के बाहर यात्रियों को रोकना पड़ रहा है। यह भी कहना है कि मेट्रो के फेरे भी लॉकडाउन से पहले की तरह कर दी गई हैं। 2-2.5 मिनट के अंतराल पर कई लाइनों पर मेट्रो उपलब्ध है जबकि कुछ लाइनों पर मेट्रो का अंतराल करीब पांच मिनट है।