सीएम नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण कानून पर दिया बड़ा बयान, कही यह बात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण कानून अपनी जगह है और जो राज्य इसमें कुछ करना चाहें, यह उनका अपना अधिकार है। लेकिन, हमलोगों ने बिहार में जनसंख्या के नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए शुरू से इसका आकलन व अध्ययन किया।
इसका नतीजा आया कि अगर पत्नियां पढ़ी होंगी तो प्रजनन दर अपने आप घटेगी। हमलोग इसी पर चल रहे हैं। बिहार में प्रजनन दर चार से भी अधिक थी और हमलोगों ने महिलाओं की शिक्षा पर जोर दिया, जिससे यह तीन पर पहुंच गया है। अगले पांच-सात साल के अंदर बिहार की प्रजनन दर दो पर पहुंच जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम के बाद अधिवेशन भवन में वे मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर तो कोई भी कुछ कहते हैं तो इसमें हमारा क्या मतलब है। हमलोग तो अपना काम बता सकते हैं। इस सवाल पर की विपक्ष के बड़े-बड़े नेता दिल्ली में मिल रहे हैं और वर्ष 2024 की तैयारी कर रहे हैं, मुख्यमंत्री ने कहा कि जाने न दीजिए, इससे हमारा क्या मतलब है।
राज्य में टीका से कोई वंचित नहीं रहेगा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में कोरोना टीका से कोई वंचित नहीं रहेगा। दिसंबर तक हमलोग छह करोड़ टीका लगाने के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। इसके लिए व्यापक स्तर पर काम चल रहा है। अधिवेशन भवन में स्वास्थ्य विभाग की 2705 करोड़ की 989 योजनाओं का रिमोट से शिलान्यास व उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री अपना संबोधन दे रहे थे। इनमें 1503 करोड़ की 872 योजनाओं का शिलान्यास, 521 करोड़ की दो योनजाओं का कार्यारंभ, 399 करोड़ की 108 योजनाओं का उद्घाटन तथा 281 करोड़ की सात योजनाओं का लोकार्पण शामिल है।