समुद्री लुटेरों ने तुर्की के पोत पर बोला हमला, 15 नाविकों का किया अपहरण; एक की हत्या
समुद्री लुटेरों ने तुर्की ने एक मालवाहक जहाज पर हमला कर 15 नाविकों का अपहरण कर लिया है। इस दौरान उनमें से एक नाविक की मौत भी हो गई है। तुर्की ने पकड़े गए चालक दल को छोड़ने की मांग की है।
समुद्री लुटेरों ने पश्चिमी अफ्रीका के तट पर तुर्की के मालवाहक पोत पर हमला कर एक नाविक की हत्या कर दी है, जबकि 15 अन्य का अपहरण कर लिया है। तुर्की के समुद्री निदेशालय ने बताया कि एमवी मोजार्ट नामक पोत के चालक दल सदस्यों ने शुरुआत में खुद को सुरक्षित स्थान पर बंद कर लिया था, लेकिन करीब छह घंटे बाद लुटेरे वहां पहुंच गए। इस दौरान हुए संघर्ष में चालक दल के एक सदस्य की मौत भी हो गई है।
तुर्की की मीडिया ने मृत चालक दल सदस्य की पहचान अजरबैज़ान निवासी एवं पेशे से इंजीनियर फरमान इस्मायीलोव के तौर पर की है जो पोत पर एक मात्र गैर तुर्की सदस्य थे। तुर्की की सरकारी संवाद एजेंसी अनादोलु के मुताबिक शनिवार को पोत में सवार अधिकतर चालक दल का अपहरण करने के बाद लुटेरों ने तीन नाविकों के साथ पोत को गिनी की खाड़ी में छोड़ दिया।
एजेंसी के मुताबिक पोत इस समय गैबोन के बंदरगाह जेंटिल की ओर बढ़ रहा है। तुर्की के राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने पोत पर बचे वरिष्ठ अधिकारी से दो बार बात की है। कार्यालय ने यह भी बताया कि राष्ट्रपति ने अपहृत चालक दल के सदस्यों की सकुशल वापसी का आदेश भी जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि लाइबेरिया का ध्वज लगा मोजार्ट नामक पोत नाइजीरिया के लागोस से दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन जा रहा था और शनिवार सुबह द्विपीय देश साओ टोमे एंड प्रिंसीप से 185 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में इसका अपहरण किया गया। खबरों के मुताबिक समुद्री लुटेरों ने पोत की अधिकतर प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया है केवल नेविगेशन प्राणाली को छोड़ा है ताकि चालक दल के सदस्य बंदरगाह तक पहुंच सकें।