Chandauli Election-चंदौली के 14.42 लाख मतदाता चुन रहे हैं गांव की सरकार
जिले में गांव की सरकार चुनने के लिए मतदाता सोमवार को घरों से निकले। अपने पसंदीदा प्रत्याशियों को वोट देकर उनकी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की निर्वाचक नामावली में 14 लाख 42 हजार 665 मतदाताओं के नाम शामिल हैं। मतदाता 734 ग्राम प्रधानों, 885 बीडीसी, 35 जिला पंचायत सदस्य और नौ हजार से अधिक ग्राम पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सुबह सात बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस बार पंचायत चुनाव में 2015 की तुलना में 1 लाख 66 हजार 767 मतदाता बढ़े हैं। पिछले चुनाव में जिले में 12 लाख 75 हजार 898 मतदाता थे।
जिले में गांव की सरकार चुनने के लिए मतदाता सोमवार को घरों से निकले। अपने पसंदीदा प्रत्याशियों को वोट देकर उनकी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की निर्वाचक नामावली में 14 लाख 42 हजार 665 मतदाताओं के नाम शामिल हैं। मतदाता 734 ग्राम प्रधानों, 885 बीडीसी, 35 जिला पंचायत सदस्य और नौ हजार से अधिक ग्राम पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सुबह सात बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस बार पंचायत चुनाव में 2015 की तुलना में 1 लाख 66 हजार 767 मतदाता बढ़े हैं। पिछले चुनाव में जिले में 12 लाख 75 हजार 898 मतदाता थे।
जिले में सुबह नौ बजे तक 11.5 फीसद तक मतदान हो चुका था।
चचु
सकलडीहा कोतवाली के धरहरा गांव में रविवार की रात प्रधान व जिपंस पद के प्रत्याशियों द्वारा साड़ी व रुपए बांटे जाने की सूचना पर पहुंचे दूसरे प्रत्याशियों के समर्थकों के विरोध करने पर फायरिंग की गई। हालांकि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। घटना को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह कोतवाली का घेराव किया व कार्रवाई की मांग की। कोतवाली पुलिस ने उन्हें शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण एफआईआर दर्ज होने की मांग पर अड़े रहे हैं। पुलिस ने कुछ नामजदों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। तब ग्रामीण शांत हुए। ग्रामीणों ने बूथ की सुरक्षा की मांग की। ग्रामीणों ने घटना में डेढ़ावल पुलिस चौकी प्रभारी की लापरवाही पर नाराजगी जताई है।
लंबी चली प्रक्रिया
पुनरीक्षण अभियान के दौरान बीएलओ ने घर-घर जाकर युवाओं व छूटे लोगों के नाम सूची में शामिल किया। इसके चलते मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। पहले दो चरणों में मतदान का आंकड़ा अच्छा-खासा रहा। ऐसे में जिले में भी मतदान का प्रतिशत बेहतर रहने की उम्मीद है। दरअसल, पंचायत चुनाव में एक-एक वोट का बहुत महत्व होता है। प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाताओं को बूथों तक लाने की जिम्मेदारी उठाते हैं। ऐसे में मतदान का आंकड़ा हमेशा 60 फीसद से उपर पहुंच जाता है। इस बार भी मतदाताओं में रूझान है। हालांकि कोरोना संक्रमण को लेकर चुनौती भी है।