कम हो रहा वायरल लोड...क्लोज कॉन्टैक्ट वाले भी निगेटिव, लेकिन खतरा अभी टला नहीं
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रोजाना आ रहे दो दर्जन से अधिक ऐसे मामले। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना वायरस का वायरल लोड अब बेहद हल्का हो चुका है। इस वजह से संक्रमण लखनऊ समेत देशभर में घटने लगा है।
कोरोना महामारी का प्रकोप झेल रहे लोगों के लिए ये मानसिक सुकून पहुंचाने वाली खबर है। विशेषज्ञों के अनुसार, वायरस का वायरल लोड अब बेहद हल्का हो चुका है। इस वजह से संक्रमण लखनऊ समेत देशभर में घटने लगा है। इसका प्रमाण यह भी है कि राजधानी में एक ही परिवार में पॉजिटिव लोगों के क्लोज कॉन्टैक्ट में आए उनके परिवार के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव मिल रही है। विशेषज्ञ इसे वायरल लोड हल्का होने के साथ ज्यादातर लोगों में हर्ड इम्यूनिटी बनने को भी वजह मान रहे हैं।
लखनऊ में इस तरह के कई दर्जन मामले रिपोर्ट किए जा चुके हैं, जिनमें क्लोज कांटेक्ट में आने वाले पॉजिटिव मरीजों के परिवारजन की रिपोर्ट निगेटिव रही है। लखनऊ में जनवरी से रोजाना करीब 30 व उससे अधिक मामले इस प्रकार के ही रिपोर्ट किए जा रहे हैं। यह बहुत हद तक इस पर भी निर्भर करता है कि नमूनों के लिए स्वैब नाक व मुंह दोनों से लिए गए हैं या सिर्फ एक जगह से, कितनी सतर्कता नमूनों को लेने से लेकर जांच तक में बरती गई है। हर नमूने की जांच रिपोर्ट 100 फीसद सही होगी, यह भी संभव नहीं है।
ज्यादातर मरीज बता रहे हैं कि उनका खाना-पीना, उठना-बैठना सब कुछ साथ रहता था। बावजूद अन्य लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। इससे जाहिर है कि वायरल लोड अब काफी हल्का हो चुका है। यह अच्छा संकेत है। - डॉ एमके सिंह, एसीएमओ व प्रभारी, जिला सर्विलांस एवं कांटेक्ट ट्रेसिंग
अगर पॉजिटिव व्यक्ति स्वयं हल्के वायरल लोड के साथ संक्रमित हुआ है तो उसके आसपास का वायरल लोड भी हल्का रहेगा। ऐसे में संभावना है कि उसमें दूसरों को संक्रमित करने भर की क्षमता न हो। यह भी हो सकता है कि पॉजिटिव के संपर्क में आए अन्य में पहले से हर्ड इम्युनिटी आ चुकी हो। -डॉ. वीरेंद्र आतम, विभागाध्यक्ष मेडिसिन, केजीएमयू