रांची में बना सोलर लैंप अब अमेजन पर भी उपलब्ध, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने है बनाया
Jharkhand News Amazon Shopping अमेजन पर रांची की रोशनी सोलर लैंप सूचीबद्ध होने से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को व्यापक स्तर पर पहचान मिलेगी। इन लैंपों के उत्पादन के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने कड़ी मेहनत की है।
‘रांची की रोशनी’ यानि रांची में बने सोलर लैंप की बिक्री अब अमेजन पर भी हो रही है। स्वयं सहायता महिलाओं द्वारा तैयार किया जा रहा सोलर लैंप को ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजन पर बिक्री के लिए सूचीबद्ध कर लिया गया है। कोई भी इच्छुक ग्राहक अमेजन पर रांची की रोशनी सोलर लैंप की खरीदारी कर सकता है। खास बात यह कि सोलर लैंप की खरीदारी पर 10 प्रतिशत की छूट भी मिलेगी। यह सोलर लैंप *‘रांची की रोशनी’ प्रोजेक्ट के तहत महिलाएं बना रही हैं। ‘रांची की रोशनी’ रांची जिला प्रशासन की परियोजना है।
स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को मिलेगी पहचान
अमेजन पर रांची की रोशनी सोलर लैंप के सूचीबद्ध होने से स्वयं सहायता समूह यानि एसएचजी की महिलाओं को व्यापक स्तर पर पहचान मिलेगी। इन लैंपों के उत्पादन के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने कड़ी मेहनत की है। अमेजन पर बिक्री से अर्जित सारा मुनाफा सोलर लैंप के उत्पादन में लगी ओरमांझी की 15 एसएचजी महिलाओं को दिया जाएगा। रांची की रोशनी परियोजना जिला प्रशासन की स्थायी प्रकाश व्यवस्था के समाधान के लिए शुरू की गई पहल है।
रांची में हरित आवरण के विस्तार करने का संकल्प
75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर वन विभाग के सहयोग से कॉकरेल डिवीजन ने रांची में हरित आवरण का विस्तार करने का संकल्प लिया है। इस प्रयास के रूप में सेना द्वारा वन विभाग, एनसीसी कैडेटों और स्कूली बच्चों के साथ संयुक्त पौधरोपण अभियान चलाया गया। इसकी शुरुआत 21 जुलाई को कारगिल विजय दिवस पर हुई और 15 अगस्त को समाप्त हुई। अभियान में दीपा टोली, नामकुम, खोजतोली, होरहाप, बरियातू और मोरहाबादी में 7,500 पेड़ पौधे लगाए गए। झारखंड के अपर प्रधान मुख्य संरक्षक एमके सिंह के सक्रिय सहयोग से यह अभियान चला। अभियान में भावी पीढ़ियों के लिए प्रकृति की रक्षा और संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है।