दिल्ली: पहले दिन आठ बजे तक 4.5 लाख यात्रियों ने मेट्रो में की यात्रा, कश्मीरी गेट बस अड्डे पर कम पड़ी बसें
डीएमआरसी के मुताबिक यात्रा के दौरान नियमों का किसी भी प्रकार के उल्लंघन करने वालों पर नजर रखने के लिए नौ विशेष उड़न दस्ते तैनात किए गए हैं। रात 8 बजे तक खड़े होकर सफर करने वाले 84 यात्रियों को कोच से नीचे उतरने की हिदायत दी गई जबकि मास्क नहीं पहनने पर 73 यात्रियों को दंडित किया गया।
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कोविड संक्रमण से बचाव के लिए एहतियातों के पालन के सोमवार को 15 मेट्रो स्टेशनों के गेट सुबह और शाम के वक्त कुछ देर के लिए बंद किए गए। भीड़ बढ़ने से संक्रमण बढ़ने की आशंका के मुद्देनजर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) की ओर से यह कदम उठाया गया। पहले दिन रात आठ बजे तक मेट्रो की अलग अलग लाइनों पर 4.5 लाख यात्रियों ने सफर किया।
डीएमआरसी के मुताबिक यात्रा के दौरान नियमों का किसी भी प्रकार के उल्लंघन करने वालों पर नजर रखने के लिए नौ विशेष उड़न दस्ते तैनात किए गए हैं। रात 8 बजे तक खड़े होकर सफर करने वाले 84 यात्रियों को कोच से नीचे उतरने की हिदायत दी गई जबकि मास्क नहीं पहनने पर 73 यात्रियों को दंडित किया गया। सभी यात्रियों को सामाजिक दूरी का पालन करने सहित उचित तरीके से मास्क लगाने की भी सलाह दी गई।
वक्त के साथ साथ रुपयों की भी बचत
एक निजी कंपनी में काम करने वाले समीर खान ने बताया कि मेट्रो के शुरू होने से राहत मिली है। अस्पताल में काम करने की वजह से समय पर पहुंचना जरूरी है, इसलिए मेट्रो से सफर करते हैं। लॉकडाउन में कैब से सफर करते थे सहारा था। वायलेट लाइन पर मूलचंद स्टेशन पर तैनात एक डीएमआरसी कर्मी ने कहा कि उन्हें भी मेट्रो की शुरुआत का इंतजार था। सीआईएसएफ कर्मी भी अपनी ड्यूटी पर सभी मानकों का पालन करते हुए यात्रियों की जांच कर रहे थे। आठ-नौ बजे के बीच सुबह के वक्त एक घंटे में लाजपत नगर मेट्रो स्टेशन पर 30 यात्री थे, लेकिन बाद में संख्या बढ़ती गई। 10 मई से मेट्रो सेवाएं बंद कर दी गई थीं, इसलिए जरूरी काम के सिलसिले में आने जाने के लिए भी लोगों के पास सीमित विकल्प थे। अधिक खर्च के बावजूद गंतव्य तक पहुंचने में देरी हो रही थी। मुंबई वासी अनिल कुमार ने कहा कि टिकट बुक करवाने रेलवे स्टेशन जा रहे हैं। मेट्रो का सफर सुरक्षित है और समय की भी बचत होती है। डीएमआरसी के सफाई कर्मचारी वर्षीय विक्रम ने बताया कि मेट्रो सेवाएं शुरू होने से उन्हें महसूस होने लगा है कि नियमों का पालन करते हुए हालात सामान्य हो सकते हैं।
कश्मीरी गेट बस अड्डे पर बसें कम, यात्रियों की भीड़ अधिक
अनलॉक की शुरुआत होने पर एक बार फिर दूसरे शहरों को जाने वालों की भीड़ दिखी। सोमवार को कश्मीरी गेट बस अड्डा पर बसों की संख्या तो काफी कम दिखी, लेकिन यात्री अधिक। ऐसे में यात्रियों को थोड़ा इंतजार करना पड़ा। प्रवेश से पहले सभी यात्रियों को सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद अपने सामान(लगेज) को स्कैनर से गुजारना पड़ा। पंजाब, हरियाणा की कुछ बसें ही थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों का कहना है कि संख्या में धीरे धीरे बढ़ोतरी होगी।
कश्मीरी गेट, बस अड्डा पर यात्रियों की जांच के साथ साथ कोरोना संक्रमण की जांच के लिए भी काउंटर बनाए गए थे। पिछले दिनों दिल्ली में बिगड़े हालात को देखने के बाद खुद भी यात्री जांच के लिए आगे आ रहे हैं।
उधर, अनलॉक-2 के दौरान दिल्ली के अलग अलग क्षेत्रों में जाने वाली बसों के इंतजार में भी यात्री दिखे। हालांकि बसों में एक सीट छोड़कर यात्रियों को बैठने की इजाजत होने की वजह से सभी यात्रियों को मौका नहीं मिल पा रहा था। बगैर मास्क यात्रियों को बसों में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था जबकि सफर के लिए उनके पास किसी भी दफ्तर या संस्थान का आईडी कार्ड की भी जांच की जा रही थी। डीटीसी और क्लस्टर बसें पहले की तरह सड़कों पर दिखीं, लेकिन यात्रियों की संख्या सोमवार को अधिक रही। हालांकि पहले दिन सामान्य से भीड़ काफी कम रही फिर भी यात्रियों को कई जगहों पर इंतजार भी करना पड़ा।
परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सराय काले खां के लिए भी एक-दो दिन में बस सेवा की दोबारा शुरुआत कर दी जाएगी। अनलॉक में मिलने वाली छूट से दिल्ली समेत दूसरे राज्यों को जाने वालों को भी काफी राहत मिलेगी