बिहार: कोरोना संक्रमित हेल्थ वर्करों को मिलेगा 50 लाख का मुआवजा, डीएम जारी करेंगे वन पेज सर्टिफिकेट, जानें पूरी प्रक्रिया
कोरोना संक्रमित हेल्थ वर्करों (डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी) को 50 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने को लेकर जिलाधिकारी ‘वन पेज सर्टिफिकेट’ (एक पृष्ठ का प्रमाण पत्र) देंगे। राज्य में अबतक 12.78 फीसदी हेल्थ वर्करों को ही केंद्र सरकार द्वारा घोषित ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज योजना- ‘इंश्योरेंस स्कीम फॉर हेल्थ वर्कर्स फाइटिंग कोविड -19’ के अंतर्गत मुआवजा राशि दी गयी है।
सूत्रों के अनुसार राज्य में 305 हेल्थ वर्करों की मौत हुई है जबकि मात्र 39 हेल्थ वर्करों को ही मुआवजे का भुगतान किया गया है। इनमें राज्य में कोरोना मृतक 12.90 फीसदी डॉक्टरों के परिजनों को और 12.66 फीसदी स्वास्थ्यकर्मियों के परिजनों को ही मुआवजा राशि का भुगतान किया गया है। राज्य में अबतक 20 डॉक्टरों व 19 स्वास्थ्यकर्मियों समेत कुल 39 हेल्थ वर्कर के परिजनों को मुआवजा का भुगतान किया गया है।
केंद्रीय पैकेज के तहत मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया बेहद धीमी है। अबतक मात्र 57 हेल्थ वर्करों के ही मुआवजा भुगतान का प्रस्ताव बीमा कंपनी को भेजा गया है। कोरोना मृतक हेल्थ वर्करों में 155 डॉक्टर व 150 स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। मृतकों में 38 सरकारी व 117 प्राइवेट डॉक्टर शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि यदि मृतक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के योजना के तहत आते हैं तो उन्हें योग्य घोषित करते हुए ‘वन पेज सर्टिफिकेट’, जिला पदाधिकारी द्वारा हस्ताक्षर रिपोर्ट जल्द भेंजे। विभाग के अनुसार जिलाधिकारी द्वारा ‘वन पेज सर्टिफिकेट’ उपलब्ध कराए जाने के बाद भुगतान हेतु आगे की कार्रवाई के लिए ‘द न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड’ को भेजा जाएगा।
41.03 फीसदी सामान्य कोरोना मृतकों को ही हुआ भुगतान
राज्य में हेल्थ वर्कर के अलावा मात्र 41.03 फीसदी सामान्य कोरोना संक्रमित मृतकों को ही चार-चार लाख रुपये मुआवजा राशि का भुगतान किया गया है। राज्य में केंद्रीय योजना के अतिरिक्त 5687 अन्य कोरोना संक्रमित मृतकों के परिजनों को राज्य कोष से चार-चार लाख रुपये मुआवजा भुगतान में देरी हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग की अनुशंसा पर आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से इन्हें मुआवजा का भुगतान किया जाना है। राज्य में कोरोना संक्रमित 9644 मरीजों की मौत अबतक हो चुकी है। इनमें मात्र 3957 कोरोना मृतकों यानि 41.03 फीसदी के परिजनों को ही चार-चार लाख रुपये मुआवजा का भुगतान किया गया है।