बिहार में खुले कक्षा छह से आठ तक स्कूल, सरकार ने आधे बच्चों को ही बुलाने की दी है अनुमति
बिहार में कोरोना के कारण मार्च महीने से ही बंद पड़े कक्षा छह से आठवीं तक के स्कूल आज से खुल गए हैं। अभी छठी कक्षा से नीचे के स्कूलों को खोलने की अनुमति सरकार ने नहीं दी है।
बिहार में कक्षा छह से आठ तक के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय सोमवार से खुल गए हैं। मार्च 2020 के बाद पहली बार यानी करीब दस महीने बाद इन स्कूलों में चहल-पहल दिख रही है। कोविड-19 के गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन और बेहद सतर्कता बरतने के साथ 50 फीसद विद्यार्थियों की मौजूदगी में कक्षाएं शुरू होंगी। शेष 50 प्रतिशत विद्यार्थियों की कक्षाएं दूसरे दिन संचालित होंगी। किसी भी कार्य दिवस पर किसी भी कक्षा में कुल क्षमता की 50 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति नहीं होगी। आठवीं से आगे की कक्षाओं में पढ़ाई शुरू करने की अनुमति सरकार ने पहले ही दे दी है। अगले कुछ दिनों में प्राथमिक स्कूलों (कक्षा पांच और इससे नीचे) को खोलने के लिए भी गाइडलाइन जारी हो सकती है।
सरकारी विद्यालयों में बच्चों को मिलेंगे दो-दो मास्क
सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों को दो-दो मास्क का वितरण जीविका के माध्यम से किया जाएगा। सभी छात्र-छात्रा, उनके अभिभावक या माता-पिता से उनकी स्वास्थ्य संबंधी स्थिति व यात्रा से संबंधित स्व-घोषणापत्र लिया जाएगा। यानी हाल के दिनों में इनमें से किसी ने भी कोई यात्रा की है तो उसकी पूरी जानकारी विद्यालय को देनी होगी। बता दें कि कोरोना-19 के चलते सरकार ने 13 मार्च 2019 को सभी विद्यालयों को तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा की थी। इस प्रकार करीब 11 महीने के बाद कक्षा छह से आठ तक के विद्यालय खोले जा रहे हैं।
इन चीजों का रखें ध्यान
- शिक्षा विभाग ने कोविड-19 के गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन का दिया है आदेश
- विद्यार्थी नाक, आंख, कान, मुंह आदि न छूएंगे। खांसी, सर्दी, बुखार आदि की जानकारी देना अनिवार्य
- विद्यालय या उसके निकट के स्थान पर डॉक्टर, नर्स व काउंसलर की उपलब्धता सुनिश्चित रहना जरूरी
- छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों को स्वास्थ्य संबंधी तथा हाल की यात्राओं की जानकारी देना अनिवार्य
- पहले दिन 50 फीसद ही उपस्थिति, शेष 50 फीसद की उपथ्सािति दूसरे दिन
- सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को जीविका के माध्यम से दो-दो मास्क दिए जाएंगे
अधिकारी लगातार करते रहेंगे स्कूलों का निरीक्षण
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि सभी जिलों में तैनात अफसरों को नियमित रूप से विद्यालयों में जाकर निरीक्षण करने और कोरोना से बचाव हेतु गृह मंत्रालय के जारी दिशा-निर्देश का पालन करने का निर्देश दिया गया है। सभी जिलों को विद्यालयों के निरीक्षण की रिपोर्ट मुख्यालय को मुहैया कराने का कहा गया है।
विद्यालयों में यह रहेगा इंतजाम
सभी विद्यालयों में साफ-सफाई, डिजिटल थर्मामीटर, सेनेटाइजर, साबुन आदि की व्यवस्था अनिवार्य रूप से रहेगी। इसका इंतजाम विद्यालय प्रबंधन या विद्यालय शिक्षाा समिति द्वारा की जाएगी। प्रत्येक विद्यालय में सतर्कता टीम गठित होगी,जो आकस्मिक सुरक्षात्मक तैयारी करने के लिए उत्तरदायी होंगे। सर्तकता टीम सेनेटाइजेशन, साफ-सफाई, सामाजिक दूरी आदि के लिए जिम्मेदार होगा।
बैठने की व्यवस्था में बरतनी है ये सावधानियां
- कक्षाओं में 6-6 फीट की दूरी पर बैठने का प्रबंध
- शिक्षक व कर्मचारी भी 6 फीट की दूरी पर बैठेंगे
- स्कूल के सभी गेट आगमन और प्रस्थान के समय खुले रहेंगे ताकि एक जगह भीड़ न हो
- जिन विद्यालयों में नामांकन ज्यादा है वहां दो पाली में कक्षाएं संचालित होंगी
- विद्यालयों में भीड़-भाड़ नहीं, समारोह व त्योहार आदि पर सख्ती से रोक
- संभव हो तो नये सत्र के लिए ऑनलाइन नामांकन की व्यवस्था हो
- विद्यालयों के परिवहन बसों को दो बार सैनिटाइजेशन जरूरी
- कोई भी विद्यार्थीं अपने मास्क की अदला-बदली नहीं करेंगे