ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर नहीं जाना चाहते थे कोच रवि शास्त्री, इस वजह से कर दिया था मना

फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने बताया कि आखिरी वक्त पर ऑस्ट्रेलिया की तरफ से यह बताया गया था कि खिलाड़ियों को परिवार के लोगों को लाने की इजाजत नही दी जा सकती। इस बात पर कोच इतना भड़के उन्होंने दौरा रद करने की सिफारिश बीसीसीआइ से कर दी थी।

ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर नहीं जाना चाहते थे कोच रवि शास्त्री, इस वजह से कर दिया था मना

भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाने से साफ मना कर दिया था। फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने बताया कि आखिरी वक्त पर ऑस्ट्रेलिया की तरफ से यह बताया गया था कि खिलाड़ियों को परिवार के लोगों को लाने की इजाजत नही दी जा सकती। इस बात पर कोच इतना भड़के उन्होंने दौरा रद करने की सिफारिश बीसीसीआइ से कर दी थी।

श्रीधर ने स्पिनर आर अश्विन से बात करते हुए बताया, "क्या आप कुछ जानते हैं, जब हम दुबई में क्वारंटाइन किए गए थे इससे 48 घंटे पहले कि परिवार वालों को दौरे पर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। तो ऑस्ट्रेलिया का दौरा शुरू होने से पहले ही उनकी तरफ से स्लेजिंग शुरू हो गई थी, उनकी मैदान के बाहर की स्लेजिंग। हमें रात के समय इसको लेकर फोन आया था।" 

"जगहों के समय में भी तो अंतर होता है, तो हमें इसी लिहाज से दुबई, भारत और ऑस्ट्रेलिया के समय का ध्यान रखते हुए संपर्क बनाना था। हमें ऐसी खबर दी गई थी कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार इस चीज को लेकर सख्त है और परिवार के लोग को आने की इजाजत नहीं है। ऐसे कुल 7 खिलाड़ी थे जो अपने परिवार और बच्चों को साथ लेकर आए थे। अब सवाल ये उठ गया था कि आखिर इस बात तो उन्हें कैसे बताया जाए।" 

"इसके बाद इस मामले में रवि शस्त्री आए। उन्होंने एक जूम मीटिंग की व्यवस्था की क्योंकि इस वक्त हम सभी अपने दुबई के कमरे में क्वारंटाइन थे। उन्होंने साफ कहा अगर परिवार के लोगों को जाने की इजाजत नहीं है तो हम भी ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर नहीं जा रहे। आप जो भी कर सकते हैं कीजिए फिलहाल तो हमारी तरफ से यही संदेश है।" 

"उन्होंने यह भी कहा कि देखिए ऑस्ट्रेलिया को मेरे से ज्यादा अच्छे को कोई नहीं जान सकता मैं पिछले 40 सालों से वहां जा रहा हूं। उनके साथ किस तरह से मोल भाव किया जाता है और अपनी बात कैसे मनवाई जाती है मुझे बहुत अच्छे से पता है। उन्होंने इस बात को पक्का किया कि बीसीसीआइ वही सुने जो उनके द्वारा कहा जा रहा है। वीकेंड पर भी ऑस्ट्रेलिया की सरकार की तरफ से इस बारे में काम किया गया ताकि हम सभी को वहां आने की इजाजत मिल सके।"