अब 5 लाख इनाम... युवती का सिर तो क्या, एक सुराग तक नहीं ढूंढ़ सकी पुलिस

युवती की सिर कटी लाश के बारे में या अपराधियों की पहचान बताने वाले को अब रांची पुलिस ने 5 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। इससे पहले 25 हजार और फिर 50 हजार रुपये तक इनाम की राशि बढ़ाई गई थी।

अब 5 लाख इनाम... युवती का सिर तो क्या, एक सुराग तक नहीं ढूंढ़ सकी पुलिस

युवती की सिर कटी लाश के बारे में या अपराािधयों की पहचान बताने वाले को अब रांची पुलिस ने 5 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। इससे पहले 25 हजार और फिर 50 हजार रुपये तक इनाम की राशि बढ़ाई गई थी। नृशंस हत्‍या के सात दिन के बाद भी पुलिस सुराग के लिए हाथ-पैर मार रही है। घटनास्‍थल की बारीक तफ्तीश से भी कुछ नहीं पता चल सका है।

रांची जिले के ओरमांझी स्थित साईं नाथ विश्वविद्यालय की चारदीवारी के समीप तीन जनवरी की सुबह मिली युवती की सिरकटी लाश की छठे दिन भी पहचान नहीं हो सकी। युवती का न तो सिर मिला, न हीं कोई सुराग। शुक्रवार की दोपहर खुद रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा, डीएसपी साइबर क्राइम यशोधरा सहित सीआइडी, विशेष शाखा व जिला बल के आधा दर्जन से अधिक अफसरों ने घटनास्थल के दो किलोमीटर के दायरे को चप्पे-चप्पे तक खंगाल डाला, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी।

जहां घटना घटी वहां के कॉल डंप में भी किसी मोबाइल के चालू रहने के सबूत नहीं मिले। ऐसी स्थिति में इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस के पसीने छूटने लगे हैं। घटना स्थल के आसपास के इलाकों का घंटों खाक छानने के बाद कोई सुराग नहीं मिलने हताश एसएसपी ने यहां तक कह डाला कि हत्याकांड को अंजाम देने वाला अपराधी बेहद शातिर है। उसने एक भी साक्ष्य नहीं छोड़े।

इधर, एसएसपी के साथ घटना स्थल पर पहुंची पुलिस अफसरों की टीम ने संबंधित इलाकों में मौजूद पुल-पुलियों, खेत-खलिहान, जंगल-झाड़, यहां तक की कचरे की ढेर सहित अन्य ठिकानों पर सबूत तलाशने की पुरजोर की कोशिश की, परंतु निराशा ही हाथ लगी। पुलिस ने इस बीच साईं नाथ विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड का भी बयान लिया। 

फिंगर प्रिंट से भी नहीं हो सकी युवती की शिनाख्त

आधार व फिंगर प्रिंट से भी युवती के शव की पहचान नहीं हो सकी। विशेषज्ञ बताते हैं कि आधार से पहचान के लिए शरीर में खून का परिचालन आवश्यक है। मृतक के फिंगर प्रिंट से उसकी पहचान करना बेहद मुश्किल होता है। 

एसएफएसएल को मिली युवती की हड्डी, नेल क्लिपिंग व स्वाब

होटवार स्थित राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एसएफएसएल) में मृत युवती की नेल क्लिपिंग, बोन व स्वाब एक दिन पहले भेजा गया है। स्वाब जांच से स्पष्ट होगा कि युवती की हत्या के पूर्व उससे दुष्कर्म हुआ था कि नहीं, अगर हुआ तो कितने लोगों ने उससे हैवानियत की। नेल क्लिङ्क्षपग की जांच से यह स्पष्ट होगा कि हत्या के वक्त कितने लोगों ने उसे पकडऩे व हत्या करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हड्डी जांच से उम्र व डीएनए की प्रोफाइलिंग होगी। 

पहले पीछे से तीन बार हमला किया, जब गिरी तो गला काट डाला

पुलिस को दो दिन पहले ही रिम्स के एफएमटी विभाग से पोस्टमार्टम रिपोर्ट की कॉपी मिल गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि युवती के सिर के पीछे गर्दन व गर्दन से थोड़ा नीचे तेज धारदार से तीन बार हमला किया गया। आशंका है कि हमले की अवधि सेकेंड में होगी, जिसके चलते उसे विरोध का मौका ही नहीं मिला और वह वहीं पर गिर पड़ी। उसके गिरते ही अपराधी ने उसकी गला काटकर धड़ से अलग कर दिया। मरने के बाद तेज धारदार हथियार से उसके प्राइवेट पार्ट को काटने के उद्देश्य से एक बार हमला किया, लेकिन वह धारदार हथियार प्राइवेट पार्ट पर न लगकर उससे थोड़ी दूरी पर लगा। आशंका है कि इस घटना में अपराधियों की संख्या एक से अधिक होगी। 

प्रतिशोध या बेवफाई भी हो सकती है हत्या की वजह

साईं नाथ विश्वविद्यालय के समीप जहां युवती की सिरकटी लाश मिली है, वहां खून के धब्बे को देखकर पुलिस ने यह आशंका जताई है कि हो सकता है उसकी अन्यत्र हत्या कर शव को यहां लाकर फेंका गया हो। एसएसपी ने स्वयं खून सनी मिट्टी का स्तर नापने के लिए वहां की मिट्टी को भी खुरचकर देखा। अधिकारियों ने मौके पर आपस में यह चर्चा की कि अगर वहां हत्या होती तो खून बिखरे मिलते।

हालांकि, यह भी आशंका जताई जा रही है कि हत्या से लेकर शव की बरामदगी तक की अवधि में शव से निकलने वाले खून को सूखी जमीन सोख गई होगी, जिसके कारण सतह पर उसकी मात्रा  कम दिख रही है। पुलिस को जिस तरह सिरकटी निर्वस्त्र लाश मिली थी, उससे यह आशंका जताई जा रही है कि इस घटना को प्रतिशोध या बेवफाई के कारण भी अंजाम दिया गया होगा। पुलिस को आशंका है कि दुष्कर्म का विरोध करने पर, पहचान उजागर होने के डर से या फिर बेवफाई में ऐसी घटनाएं घटती हैं। क्योंकि, धारदार हथियार से हमले के निशान उसके प्राइवेट पार्ट पर भी है।

चूल्हा, नमक, मसाला के साथ मिलीं शराब की बोतलें, बिखरे पड़े थे पत्तल

तीन जनवरी की सुबह रांची जिले के ओरमांझी थाना क्षेत्र स्थित साईं नाथ विश्वविद्यालय के समीप मिली युवती की सिर कटी लाश से कुछ ही दूरी पर दो जगहों पर पिकनिक मनाए जाने के संकेत पुलिस को मिले हैं। घटना स्थल की खाक छानने के क्रम में पुलिस को वहां चूल्हा, नमक, मसाला के पैकेट आदि के साथ-साथ शराब की बोतलें मिलीं। वहां पत्तल भी बिखरे पड़े थे। 

घटना स्थल को खंगालने के क्रम में पुलिस ने यह भी जानने की कोशिश  की कि आखिर अपराधी किस रास्ते घटनास्थल तक पहुंचे होंगे। छानबीन में पता चला कि घटनास्थल के पास लगभग आधा किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला एक पहाड़ है, जिसपर पुटुस व पलास की झाड़ी है। दो तरफ नदी है, जिसे पार करने पर ही कोई दूसरी ओर से आ सकेगा। एक तरफ नदी से सटी  साईं नाथ विश्वविद्यालय की चारदीवारी है। इस तरह वहां तक पहुंचने का  बाद सिर्फ एक ही रास्ता बचता है, जो चंदवे-ओरमांझी मुख्य सड़क से उतरकर एक किलोमीटर दूर घटनास्थल तक जाता है।

जानकारी के मुताबिक इसी रास्ते के किनारे घटनास्थल से लगभग 200 मीटर पहले सिर्फ एक ही घर है, जो विक्रम मुंडा का है। विक्रम पेशे से मजदूर है और सपरिवार वहां रहता है। विक्रम की पत्नी ने कहा कि दो जनवरी की रात आठ बजे तक पूरा परिवार सो गया था। सुबह आसपास के लोगों ने बताया कि एक शव पड़ा है, जिसके बाद उसे घटना की जानकारी मिली। पुलिस ने इस मामले में साईं नाथ विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड से भी पूछताछ की, लेकिन उसने किसी भी तरह की आवाज नहीं सुनने की जानकारी दी।