कब्ज से निजात दिला सकता है कच्चा पपीता, जानें कच्चा पपीता खाने के 5 फायदे

कब्ज से निजात दिला सकता है कच्चा पपीता, जानें कच्चा पपीता खाने के 5 फायदे

कच्चे पपीते की न्यूट्रिशनल वैल्यू (Nutrients In Raw Papaya)

डॉक्टर अदिति शर्मा, डाइटिशियन ,कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल,गाजियाबाद के अनुसार कच्चा पपीता विटामिन सी का महत्वपूर्ण स्रोत है और एक मीडियम साइज के पपीते में दैनिक जरूरत का लगभग 220 प्रतिशत विटामिन सी आसानी से मिल सकता है। इसमें लगभग 110-120 कैलोरी,25 ग्राम से अधिक कार्बोहाइड्रेट, 4.5 ग्राम फाइबर और 15 ग्राम के लगभग शुगर होती है। यही नहीं इसमें 1-2 ग्राम प्रोटीन भी मौजूद है। साथ ही कच्चा पपीता मैग्नीशियम, जिंक, विटामिन बी, बीटा कैरोटीन, विटामिन ए, कैल्शियम, पोटेशियम, फोलेट, विटामिन एल्फा, ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन व पैंटोथैनिक एसिड, लाइकोपिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। अब जान में कच्चे पपीते से मिलने वाले फायदों के विषयों में (Health Benefits Of Eating Raw Papaya)

कच्चा पपीता खाने के फायदे -Health Benefits Of Eating Raw Papaya

1.डाइजेशन में करे सुधार  (Improves Digestion)

बात जब हरे पपीते की हो तो इसमें पपेन नाम का एक एंजाइम होता है, जो प्रोटीन को पचाने में मदद करता है। इससे पेट में होने वाली सभी तरह की तकलीफों से आराम मिलता है। जिससे डाइजेशन ठीक होता है। कच्चा पपीता प्राकृतिक रूप से कब्ज (Constipation) को दूर, अपच (Indigestion), हाई ब्लडप्रेशर के साथ-साथ पेचिश के इलाज में भी सहायक है। हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि कच्चे पपीते को डाइट में शामिल करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इससे स्वास्थ्य लाभ मिलने के साथ वजन कम करने में भी मदद (Reduce Weight) मिलती है व डायबिटीज भी कंट्रोल में रहती है।

2.संक्रमण को दूर करता है (Helps To Remove Infection)

स्टैफिलोकोकस ऑरियस, बेसिलस सेरेस समेत कई ऐसे तत्व होते हैं, जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा रहता है। हरा कच्चा पपीता इन सभी हानिकारक तत्वों से होने वाले संक्रमण को शरीर से दूर रखता है। कुछ शोधों के मुताबिक यूटीआई की 75 प्रतिशत समस्या को कच्चे पपीते के सेवन से दूर किया जा सकता है। अगर आप कच्चा पपीता खाते हैं तो कोल्ड, फ्लू और कान के संक्रमण जैसी बीमारियां आपसे दूर रहेंगी। आपको जानकर हैरानी होगी कि कच्चा पपीता (Eating Raw Papaya) दवाओं के कारण आंतों में आई सूजन को कम करता है।

3.बुढ़ापा रखे दूर (Anti-aging Property) 

जब भी आपके शरीर में फ्री रेडिकल टॉक्सिन्स का स्तर बढ़ जाता है तो इससे कई बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है। जिससे स्किन में पिम्पल्स और झुर्रियां जैसी परेशानियां पनपने लगती हैं। ऐसे में कच्चे पपीते का सेवन आपकी स्किन की अच्छी तरह से केयर (Removes Tanning) करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट स्किन की रंगत भी निखारते हैं और स्किन को सूरज की हानिकारक किरणों से भी बचाते हैं। यदि कच्चे पपीते के छिलके का पेस्ट शहद के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाया जाए तो यह चेहरे को माइश्चराइज़ (Moisturize) करता है।

4.पीरियड्स के दर्द को करे कम (Induce Menstruation)

बहुत सी महिलाएं ऐसी होती हैं जो अक्सर अपने मासिक के दौरान दर्द को सहती हैं। शोध की मानें तो कच्चे पपीते के पत्ते का अर्क पीरियड्स के दर्द और प्रोस्टाग्लैंडीन के स्तर को काफी कम करता है। शायद ही आपको पता हो कि पपीते के पत्तों में फ्लेवोनोइड (flavonoids) नामक तत्व होता है। जिससे पीरियड्स के दर्द और पेट की ऐंठन को कम करने में मदद मिलती है। ये एक नेचुरल इलाज है जिसका कोई साइडइफेक्ट नहीं है।

5.चोट करे ठीक (Heals Wounds)

हरे पपीते का अर्क स्किन की सूजन और किसी भी तरह की चोट या घाव को भरने में मदद करता है। हरे पपीते में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulatory) मुख्य रूप से अपना काम करते हैं। इसके सेवन से घाव का संक्रमण भी रुकता है।

कच्चा पपीता खाने का तरीका-Raw Papaya Recipe in hindi

चलिए ये तो बात हुई कच्चे पपीते से जुड़े स्वास्थ्य लाभ के बारे में। अब बहुत से ऐसे भी हैं जिन्हें ये नहीं पता होते कि आखिर वो कच्चे पपीते का सेवन करें भी तो कैसे और किस रूप में। तो आपकी इस समस्या का भी समाधान है चलिए जानते हैं।

  • -सलाद के रूप में कच्चे केले का सेवन करें।
  • -कच्चे पपीते को काटकर लगभग पांच से सात मिनट तक स्टीम करके भी खा सकते हैं।
  • -कुछ खट्टी और कुछ मीठी सब्जी बनाने के लिए आप कच्चे पपीते को मूंगफली के दाने के साथ पका सकते हैं।
  • -आप इसे मसालों के साथ भी खा सकते हैं, और लंच बॉक्स में भी पैक कर सकते हैं।

इस तरह से आप कच्चा पपीता खाकर अपने आप को कई छोटी-मोटी स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों से बचाए रख सकते हैं। तो, इसे खाने की इन खास रेसिपीज को आजमाएं और कच्चा पपीता खाने के इन सभी गुणों को पाएं।