आंखों में तेज दर्द और सूजन के पीछे हो सकता है ये सिंड्रोम, जानें बचाव के 9 तरीके

आंखों में तेज दर्द और सूजन के पीछे हो सकता है ये सिंड्रोम, जानें बचाव के 9 तरीके

क्या आपकी आंखें लंबे समय कंप्यूटर पर काम करने के बाद सूज जाती है, आंखें सिकुड़ने हो जाती हैं, आंखों में दर्द होने लगता है, अगर हां, तो आपको कंप्यूटर विजन सिन्ड्रोम (computer vision syndrome) हो सकता है। वर्क फ्रॉम होम (Work from home) के चलते आजकल कई-कई घंटे तक कंप्यूटर पर काम करना पड़ रहा है। इसलिए  64 से 90 फीसद ऑफिस का करने वाले एम्प्लॉइज को यह समस्या हो रही है।  बलिया , बेगुसराय के एसएन मेमोरियल विजन केयर सेंटर में डॉक्टर अभिषेक कुमार का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति दो घंटे से अधिक समय कंप्यूटर पर बिताता है तो उसको यह सिन्ड्रोम हो सकता है। कंप्यूटर पर काम करने के दौरान आंखों में दर्द, सूजन, ड्राइनेस क्यों होती है, इसके लक्षण और उपचार क्या हैं, इसके बारे में भी डॉक्टर अभिषेक कुमार ने हमें बताया। 

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आंखों का सिकुड़ना और दर्द (Eye shrinkage and pain)

लंबे समय तक कंप्यूटर, फोन या टीवी की स्क्रीन देखने से आंखों में दर्द होने लगता है और आंखें सिकु़ड़ने लगती हैं। डॉक्टर के मुताबिक यह सिकुड़न ऑक्युलर स्ट्रेस (Ocular stress) के कारण होती है। इसे आखों में तनाव (Eye strain) भी कहते हैं। जब आंखों को लंबे समय तक आराम नहीं मिलेगा तो टियर फिल्म प्रभावित होता जिसके कारण आंखों में ड्रायनेस , सूजन व दर्द भी महसूस होत है। कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को मेजर दिक्कत ड्राइनेस (dryness) की होती है। जिसकी वजह से आंखों में खुजली, चुभन और जलन होती है। यह सब लक्षण कंप्यूटर विजन सिन्ड्रोम का होता है।

कंप्यूटर विजन सिन्ड्रोम के लक्षण (Symptoms of computer vision syndrome)

आंखों में दर्द, व सूजन, जलन कंप्यूटर विजन सिन्ड्रोम की वजह से होता है। लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करने के दौरान आंखों का टियर फिल्म प्रभावित होता है। जिससे आंखों में ड्राईनेस होती है। इसके अन्य लक्षण ये हैं।

  • -आंखों में जलन
  • -चुभन
  • -हल्की खुजलाहट
  • -आंखों में भारीपन
  • -आंखों में हल्की लाली

कंप्यूटर विजन सिन्ड्रोम से बचाव के उपाय - How to cure it at home in hindi

1.आर्टिफिशियल टियर ड्रॉप

कंप्यूटर विजन सिन्ड्रोम की वजह से आंखों में कई समस्याएं होने लगती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए डॉक्टर आर्टिफिशियल टियर ड्रॉप देते हैं। जिससे परेशानी दूर होती है। लेकिन कोई भी ड्रॉप डॉक्टर की सलाह के बिना इस्तेमाल न करें।

2.पलकों को ब्लिंक करें

डॉक्टर के मुताबिक कंप्यूटर पर काम करने के दौरान आंखों का झपकना कम हो जाता है। इसलिए जरूरी है कि कम से कम 20 बार पलकों को झपकाएं (Blink)

3.बीच-बीच में रेस्ट लें

आंखों को स्वस्थ रखना है तो बीच-बीच में आंखों को रेस्ट दें। इससे आपके काम करने की क्षमता बढ़ेगी। आंखें कम थकेंगी।

4.आंखों को बंद करें

डॉक्टर के अनुसार काम करने के दौरान 15-20 सैकेंड के लिए आंखों को बंद करें। और उन्हें आराम दें।

5.एंटी रिफ्रेक्टिव कोटिंग ग्लास और ब्लू कोटिड चश्मा पहनें

कंप्यूटर स्क्रीन से हानिकारक रेडियशन निकलते हैं जिन्हें फिल्टर करने के लिए एंटी रिफ्रेक्टिव कोटिंग ग्लास (एआरसी) और ब्लू कोटिड चश्मा पहनना चाहिए। जिन लोगों को लंबे समय कंप्यूटर पर काम करना पड़ रहा है उन्हें ऐसे चश्मे पहनने चाहिए। 

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6.पीले फल खाएं

जिन लोगों को बहुत समय कंप्यूटर या स्क्रीन के आगे समय बिताना पड़ रहा है उन्हें पीले फल अधिक खाने चाहिए।

7.तरल पदार्थ अधिक लें

पानी के अलावा अन्य तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। 

8.ठंडे पानी से आंखें धोएं

आंखों की थकान, दर्द, जलन दूर करने के लिए बीच-बीच में आंखों को पानी से धोते रहें। इससे आंखों को राहत मिलेगी और आंखें साफ रहेंगी।

9.कंप्यूटर और कमरे की लाइट

कंप्यूटर की ब्राइटनेस अगर ठीक नहीं होगी तो तेज लाइट की वजह से आंखों पर जोर पड़ता है जिससे आंखों में दर्द और सूजन की समस्या होगी। तो वहीं जिस जगह आप काम कर रहे हैं अगर वहां की लाइट धीमी है तब भी आंखें सिकुड़ेंगी इसलिए आंखों के लिए जरूरी सही रोशनी का होना।

आंखों में दर्द या सूजन होने पर आंखों की मसाज करें। इसके लिए आप अपने हाथों को तेजी से आपस में मलें। जब हाथ खूब गर्म हो जाएं तब उन्हें बंद आंखों पर रखें, ऐसा करने आंखों के मसल्स को आराम मिलता है।आंखों में दर्द, सूजन, जलन आदि कंप्यूटर विजन सिन्ड्रोम की वजह से होता है। इस परेशानी से घर पर ही कुछ एहतियात के साथ बचा जा सकता है।