RBI दे रहा शानदार रिटर्न कमाने का मौका! RDG स्कीम में खुलवाएं खाता, पैसा भी रहेगा सुरक्षित

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने ‘आरबीआई रिटेल डायरेक्ट’ (RBI Retail Direct) योजना का ऐलान किया है. रिजर्व बैंक के इस प्लान में खाता खोलने और उसके प्रबंधन पर कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा.

RBI दे रहा शानदार रिटर्न कमाने का मौका! RDG स्कीम में खुलवाएं खाता, पैसा भी रहेगा सुरक्षित

नई दिल्‍ली: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) आपके लिए एक खास ऑफर लेकर आया है, जिसके जरिए आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है. रिजर्व बैंक ने ‘आरबीआई रिटेल डायरेक्ट’ (RBI Retail Direct) योजना का ऐलान किया है. इस योजना के जरिए निवेशकों को गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में एक ही स्थान पर निवेश की सुविधा मिल जाएगी. खास बात यह है कि रिजर्व बैंक के इस प्लान में खाता खोलने और उसके प्रबंधन पर कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा. वहीं, भुगतान गेटवे के लिए रजिस्टर्ड निवेशकों को चार्ज देना पड़ेगा.

इस खाते को आप ऑनलाइन ही ओपन करा सकते हैं. केंद्रीय बैंक ने कहा कि रिटेल निवेशक रिजर्व बैंक के पास रिटेल डायरेक्ट गिल्ट खाता (RDG Account) खोल सकते हैं. बता दें गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में रिटेल पार्टनरशिप बढ़ाने के लिए सरकार ने ‘द आरबीआई रिटेल डायरेक्ट सुविधा’ का भी ऐलान किया था.

गवर्नमेंट सिक्योरिटीज की पहुंच में सुधार
आपको बता दें इस प्लान का मकसद गवर्नमेंट सिक्योरिटीज की पहुंच में सुधार करना है. साथ ही रिटेल निवेशकों की ऑनलाइन पहुंच को भी बढ़ाना है. इसमें प्राइमरी और सेकेंडरी दोनों ही बाजार शामिल हैं.

कौन खोल सकता है खाता?
आरबीआई के मुताबिक, इसमें सिंगल और ज्वाइंट खाता खोला जा सकता है. आप किसी अन्य खुदरा निवेशक के साथ अपना खाता खोल सकते हैं, लेकिन आपको इसके लिए पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा.

रिटेल निवेशकों को भारत में बचत बैंक खाता, स्थायी खाता संख्या (PAN) या केवाईसी (KYC) उद्देश्यों के लिए किसी भी आधिकारिक रूप से वैलिड डॉक्युमेंट, रिटेल डायरेक्ट प्लान के तहत रजिस्ट्रेशन करने और आरडीजी खाता बनाए रखने के लिए एक वैलिड ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर की जरूरत होती है.

ऑनलाइन पोर्टल
यह ऑनलाइल पोर्टल रजिस्टर्ड यूजर को सरकारी प्रतिभूतियों के प्राथमिक निर्गम के अलावा एनडीएस-ओएम तक पहुंच उपलब्ध कराएगा. एनडीएस-ओएम यानि सेकंडरी बाजार में सरकारी प्रतिभूतियों में कारोबार के लिए आरबीआई की स्क्रीन आधारित इलेक्ट्रॉनिक ऑर्डर के मिलान की प्रणाली से है.