अयोध्या: जमीन खरीद के आरोपों में पलटवार की तैयारी में श्रीराम मंदिर ट्रस्ट, आज ले सकता है बड़ा फैसला

अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट द्वारा ली गई जमीन में भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देने के लिए पदाधिकारियों ने बैठक की। ट्रस्ट आरोपों पर जबरदस्त पलटवार की तैयारी में है।

अयोध्या: जमीन खरीद के आरोपों में पलटवार की तैयारी में श्रीराम मंदिर ट्रस्ट, आज ले सकता है बड़ा फैसला

विस्तार
जमीन खरीद मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अब पलटवार की तैयारी में है। राममंदिर के ट्रस्टियों का दो दिन से अयोध्या में जमावड़ा है। जानकारी के अनुसार ट्रस्ट ने एक्शन को लेकर अपनी पूरी तैयारी भी कर ली है, इसको लेकर गुरुवार को कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।निर्मोही अखाड़ा में बुधवार को राममंदिर के ट्रस्टियों ने करीब तीन घंटे तक जमीन विवाद को लेकर मंथन किया। बताया जा रहा है कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आगे की कार्रवाई के लिए सभी ट्रस्टियों की सहमति प्राप्त कर ली है।


ट्रस्टियों ने साफ कहा है कि ट्रस्ट का जो निर्णय होगा वहीं माना जाएगा। साथ ही ट्रस्टियों ने यह भी कहा कि जमीन खरीद मामले के बहाने विपक्षी राममंदिर निर्माण में बाधा उत्पन्न करना चाहते हैं। जमीन खरीद प्रकरण से उपजे विपरीत सवालों के जवाब की तैयारी में ट्रस्ट अब पूरे मनोयोग से जुटा हुआ है। जानकीघाट स्थित एक मंदिर में मंगलवार को जहां ट्रस्टियों ने गोपनीय बैठक की थी। उसी क्रम में बुधवार को राममंदिर के ट्रस्टी दिनेंद्र दास के आश्रम निर्मोही अखाड़ा में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की मौजूदगी में करीब तीन घंटे तक ट्रस्टियों ने आपस में राय मशविरा किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रस्ट ने जमीन खरीद मामले में पलटवार की जो तैयारी की है उसकी जानकारी सभी ट्रस्टियों को देकर उनकी सहमति प्राप्त की गई।


योजना की जानकारी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी तक भेजी जाएगी। ट्रस्टियों ने मंदिर निर्माण के भावी योजनाओं पर भी मंथन किया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने कहा कि राममंदिर निर्माण को लेकर एक साजिश रची जा रही है। विपक्षी रामकाज में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं। पूरी साजिश की जानकारी की जा रही है। किसको जवाब देना है, किसको नहीं, हम इसको लेकर विचार विमर्श कर रहे हैं। कोषाध्यक्ष ने कहा कि उन्हें राममंदिर ट्रस्ट की ईमानदारी व पारदर्शिता पर कोई संशय नहीं है। उन्होंने इशारा किया कि ट्रस्ट गुरुवार को भूमि खरीद मामले को लेकर अपने पत्ते खोल सकता है और अपने एक्शन की जानकारी दे सकता है।
'ट्रस्ट जो भी कार्य कर रहा है वह पूरी तरह से पारदर्शी है'
निर्मोही अखाड़ा के महंत ट्रस्टी महंत दिनेंद्र दास ने कहा कि ट्रस्ट जो भी कार्य कर रहा है वह पूरी तरह से पारदर्शी है। हर निर्णय में हमारी सहभागिता होगी। बैठक में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अलावा, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल, डॉ.अनिल मिश्र, उड़प्पी के शंकराचार्य व ट्रस्टी स्वामी विश्वप्रसन्नतीर्थ सहित महापौर ऋषिकेश उपाध्याय भी मौजूद रहे।

ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल का कहना है कि जमीन खरीद मामले को आगे कर समाज में भ्रम फैलाया जा रहा है। इस भ्रम के समाधान की रणनीति बनाई जा रही है। ट्रस्ट जो भी निर्णय लेगा हम उस निर्णय के साथ होंगे। भ्रम फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के लिए हम अभी समझबूझ रहे हैं, इसके बाद ही निर्णय लेंगे। राममंदिर निर्माण कार्य किसी भी सूरत में थमने नहीं पाएगा।

ट्रस्टी स्वामी विश्वप्रसन्नतीर्थ का कहना है कि राममंदिर निर्माण कार्य संतोषजनक तरीके से चल रहा है। ट्रस्ट पर जो आरोप लग रहे हैं वे निराधार हैं। ट्रस्ट ने जमीन खरीद मामले में पूरी पारदर्शिता बरती है। कुछ लोग राममंदिर निर्माण में रोड़ा अटकाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए क्या करना है यह ट्रस्ट निर्णय लेगा। इसी को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है, सब कुछ जल्द ही सामने आ जाएगा।