कसता शिकंजा: यूपी एटीएस ने चार और रोहिंग्या को किया गिरफ्तार, मानव और सोना तस्करी में शामिल होने के मिले सुबूत

दो दिनों में अब तक छह लोगों को यूपी एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें अलीगढ़ से तीन, मेरठ से एक और बुलंदशहर के खुर्जा से दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

कसता शिकंजा: यूपी एटीएस ने चार और रोहिंग्या को किया गिरफ्तार, मानव और सोना तस्करी में शामिल होने के मिले सुबूत

विस्तार
यूपी एटीएस ने चार और रोहिंग्या को अलग-अलग जिलों से गिरफ्तार किया है। यह रोहिंग्या मानव तस्करी के साथ-साथ सोना तस्करी के कारोबार में शामिल थे। दो दिनों में अब तक छह लोगों को यूपी एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें अलीगढ़ से तीन, मेरठ से एक और बुलंदशहर के खुर्जा से दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।


अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ लोग म्यांमार के रोहिंग्यों को बांग्लादेश और भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा से अवैध तरीके से भारत की सीमा में प्रवेश करा रहे हैं और बांग्लादेश में रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले लोगों को प्रेरित कर उन्हें भारत में अवैध रूप से स्थापित करा रहे हैं।


इतना ही नहीं यह लोग उनके यूएनएचसीआर कार्ड बनवाते हैं जिसके एवज में भारी रकम वसूलते हैं। इसके बाद इन रोहिंग्या को भारत के फर्जी दस्तावेज बनाकर अवैध तरीके से यहां की नागरिकता दिलाने के साथ विभिन्न प्रतिष्ठानों पर काम भी दिला देते हैं। रोहिंग्या को वेतन के रूप में मिलने वाली रकम का मोटा हिस्सा ये लोग खुद वसूल लेते हैं। इसी सूचना पर कार्रवाई करते हुए मेरठ के खरखौन्दा से हाफिज शफीक उर्फ शबीउल्लाह, अलीगढ़ से अजीजुर्रह्मान, बुलंदशहर के खुर्जा से एक मुफिजुर्रह्मान व मोहम्मद इस्माइल को गिरफ्तार किया गया है। 

शफीक बनवाता था फर्जी आईडी
प्रशांत कुमार ने बताया कि हाफिज शफीक इन सब का सरगना है। वही लोगों के फर्जी दस्तावेज बनवाने में मदद करता था। शफीक खुद रोहिंग्या है और उसने भारत के पते पर पासपोर्ट बनवा कर विदेश की यात्रा भी कर चुका है। इसके अलावा अन्य कई रोहिंग्या के फ़र्जी दस्तावेज के जरिए भारतीय पासपोर्ट बनवा कर उन्हें विदेश भेजा गया है। एटीएस इसकी विस्तृत जांच कर रही है।
 
शफीक महिलाओं की तस्करी में भी है शामिल
प्रशांत कुमार ने बताया कि शफीक म्यांमार की रोहिंग्या महिलाओं की तस्करी भी करता है। कई महिलाओं के फ़र्जी दस्तावेज के जरिए पासपोर्ट बनवाये गए और इन महिलाओं को विदेश भी भेजा गया है।

हवाला के जरिए आता था पैसा
सूत्रों का कहना है कि शुरुआती जांच में एटीएस को हवाला के जरिए कारोबार करने के भी सुबूत मिले हैं, जिसका असर देश की अर्थ व्यवस्था पर भी पड़ रहा है। एटीएस इस मामले में गहन छानबीन कर रही है। पकड़े गए आरोपियों को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा और कस्टडी रिमांड लेकर आगे की पूछ ताछ की जाएगी।