नोएडा में किसान पंचायत आज, धरनास्थल पर आएंगे राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत

लोकशक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मास्टर श्यौराज सिंह ने बताया कि सोमवार को किसान पंचायत के साथ किसान कृषि कानून का विरोध काली पट्टी बांध कर करेंगे। बताया जा रहा है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल के बाहर मानव श्रंखला बनाकर आक्रोश प्रकट करेंगे।

नोएडा में किसान पंचायत आज, धरनास्थल पर आएंगे राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत

ठिठुरन भरी ठंड में सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना-प्रदर्शन सोमवार को 54वें दिन में प्रवेश कर गया है। इस बीच सोमवार को भी कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर डटे रहे। वहीं, दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-95 स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) धरनास्थल पर बैठे किसानों ने रविवार को आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। इसके बाद सोमवार को आयोजित होने वाली किसान पंचायत के लिए जनसंपर्क किया। इसमें भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसान पंचायत में शामिल होने धरना स्थल पर आएंगे।

लोकशक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मास्टर श्यौराज सिंह ने बताया कि सोमवार को किसान पंचायत के साथ किसान कृषि कानून का विरोध काली पट्टी बांध कर करेंगे। बताया जा रहा है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल के बाहर मानव श्रंखला बनाकर आक्रोश प्रकट करेंगे। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत साथ कबूतरों को दाना खिलाने का कार्यक्रम आयोजित कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि आज संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा महिला दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई है।

गोला लाठी से सरकार की घेराबंदी

सेक्टर 14 ए चिल्ला बार्डर पर भारतीय किसान यूनियन (भानु) के नेतृत्व में किसानों का धरना जारी रहा। रविवार को किसानों ने कृषि कानून के विरोध में गोला लाठी कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान गोला लाठी खेलकर केंद्र सरकार की घेराबंदी की। किसानों ने कहा कि गोला लाठी के जरिये सरकार की घेराबंदी की जा रही है। 19 जनवरी को होने वाली वार्ता यदि विफल रही तो सरकार को आने वाली 26 जनवरी को अपनी ताकत से रूबरू कराएंगे।

वहीं, एक दिन पहले रविवार को अवकाश होने के कारण यहां पर तमाशबीनों की संख्या काफी बढ़ गई। तमाशबीन जगह-जगह किसानों की ओर से लगाए जा रहे लंगर छकते रहे। कुछ लोग अपने परिवार के साथ यहां पर पहुंचे थे। इसके साथ ही बॉर्डर पर पुलिस बैरिकेड के समीप रह रहे सैकड़ों निहंगों को भी देखने लोग आ रहे हैं। निहंगों ने पुलिस बैरिकेड के सहारे अपने घोड़ों को भी बांधा हुआ है। ऐसे में लोग घोड़ों के साथ सेल्फी लेते भी नजर आते हैं।