मायावती का वार: बड़ी पार्टियों ने किया सपा से किनारा, छोटे दलों के साथ जाना अखिलेश की महालाचारी

शुक्रवार की सुबह मायावती ने ट्वीट किया और लिखा कि-समाजवादी पार्टी की घोर स्वार्थी, संकीर्ण व खासकर दलित विरोधी सोच, कार्यशैली आदि के कड़वे अनुभवों तथा इसकी भुक्तभोगी होने के कारण देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियां चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं, जो सर्वविदित है। 

मायावती का वार: बड़ी पार्टियों ने किया सपा से किनारा, छोटे दलों के साथ जाना अखिलेश की महालाचारी

विस्तार
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर से समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है। मायवती ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सपा दलित विरोधी है। कोई भी बड़ी व प्रमुख पार्टी सपा से गठबंधन नहीं किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं। 

Mayawati
@Mayawati1. समाजवादी पार्टी की घोर स्वार्थी, संकीर्ण व ख़ासकर दलित विरोधी सोच एवं कार्यशैली आदि के कड़वे अनुभवों तथा इसकी भुक्तभोगी होने के कारण देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियाँ चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं, जो सर्वविदित है। 1/2


शुक्रवार की सुबह मायावती ने ट्वीट किया और लिखा कि-समाजवादी पार्टी की घोर स्वार्थी, संकीर्ण व खासकर दलित विरोधी सोच, कार्यशैली आदि के कड़वे अनुभवों तथा इसकी भुक्तभोगी होने के कारण देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियां चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं, जो सर्वविदित है। 

Mayawati
@Mayawati1. समाजवादी पार्टी की घोर स्वार्थी, संकीर्ण व ख़ासकर दलित विरोधी सोच एवं कार्यशैली आदि के कड़वे अनुभवों तथा इसकी भुक्तभोगी होने के कारण देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियाँ चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं, जो सर्वविदित है। 1/2


इसीलिए आगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव अब यह पार्टी किसी भी बड़ी पार्टी के साथ नहीं बल्कि छोटी पार्टियों के गठबंधन के सहारे ही लड़ेगी। ऐसा कहना व करना सपा की महालाचारी नहीं है तो और क्या है?