जमीन और घर बेचकर यूपी छोड़ने की तैयारी कर लें मुनव्वर राणा- महंत नरेंद्र गिरि
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने शायर के यूपी छोड़ने के बयान को बताया हास्यास्पद
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मशहूर शायर मुनव्वर राणा के विवादित बयान पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने सोमवार को उन्हें नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मुनव्वर राणा कट्टरपंथियों के हाथों में खेल रहे हैं। महंत ने योगी आदित्यनाथ के दोबारा सीएम बनने पर यूपी छोड़ने के राणा के बयान को हास्यास्पद करार दिया।
महंत नरेंद्र गिरि कहा कि सूबे में योगी आदित्यनाथ सरकार में पिछले साढ़े चार सालों में कोई दंगा भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा है कि यूपी में जब भी दूसरी सरकारें रही हैं, तब दंगा हुआ है और मुसलमान असुरक्षित भी रहा है। यही नहीं यूपी में मुसलमान पूरी तरह से सुरक्षित भी हैं। लेकिन, 2022 में योगी के दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर मुनव्वर राणा का यूपी को छोड़कर पश्चिम बंगाल में बसने का बयान बेहद हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि मुनव्वर राणा के बयान से ऐसे लगता है कि उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है।
narendra giri
महंत ने कहा है कि कोई भी कहीं जाने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है। मुनव्वर राणा भी अगर पश्चिम बंगाल जाना चाहते हैं तो बेशक जा सकते हैं। लेकिन, उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि पश्चिम बंगाल भी भारत का ही अंग है। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि जहां तक यूपी में अगली सरकार फिर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की ही बनेगी और सीएम योगी ही प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री भी होंगे।
मुनव्वर राणा - फोटो : amar ujala
मुनव्वर राणा अगर पश्चिम बंगाल जाना चाहते हैं तो वे तैयारी कर लें और अपना मकान और जमीन बेचकर कभी भी जा सकते हैं। हालांकि महंत ने कहा कि एक शायर के रूप में मुनव्वर राणा की पूरे देश में एक अच्छी पहचान थी। हिंदू और मुसलमान सभी धर्मों के लोग उनका आदर और सम्मान करते थे। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से जिस तरह के वह लगातार विवादित बयान दे रहे हैं, उससे उनकी छवि पर भी असर पड़ा है।
कांवड़ यात्रा पर रोक का किया स्वागत
कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने के फैसले का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने स्वागत किया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि धार्मिक आस्था और परंपरा जरूरी है, लेकिन लोगों का जीवन बचना उससे कहीं ज्यादा जरूरी है। इसको देखते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, कांवड़ संघों और दूसरे साधु संतों ने भी सीएम योगी से यह मांग की थी कि इस वर्ष कावड़ यात्रा पर रोक लगाई जाए। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से अपील की है कि वह मस्जिदों से एलान करें कि लोग अपने घरों में ही बकरीद की नमाज अदा करें और कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए बकरीद का त्यौहार सादगी से मनाएं।